जोधपुर. दिव्यांग खिलाड़ियों को सैलरी न देने का मुद्दा उठाते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि दुनिया में राज्य और राष्ट्र का नाम रोशन करने वाले राजस्थान के दिव्यांग खिलाड़ी हमारा गर्व हैं. गहलोत सरकार (Gehlot Government) इनके साथ अन्याय नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि खेल मंत्री कोरी बयानबाजी करने के बजाय मामले की दो स्तर पर जांच करें.
गजेंद्र शेखावत ने मुद्दा उठाया कि पैरा एथलीट्स को सैलरी क्यों नहीं दी जा रही? दिव्यांग खिलाड़ियों से अपमानजनक बर्ताव करनेवाले अधिकारी-कर्मचारी कौन हैं? साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान की खेल संस्कृति को विभागीय लापरवाही के कारण नुकसान नहीं होना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार यदि जानकारी में सब होते हुए भी अनजान बनने का दिखावा कर रही है. उसे मेरी चेतावनी है कि खिलाड़ियों से किसी भी प्रकार का भेदभाव और निराशाजनक व्यवहार करने वाले अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें.
बता दें कि पैरालंपिक खिलाड़ियों को प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने बधाई दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थान के यह सभी खिलाड़ी देश के लिए जरूर मेडल जीतेंगे. क्योंकि अपने टैलेंट के दम पर ही इन्होंने टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. ऐसे में पूरे देश के लोगों की शुभकामनाएं इन खिलाड़ियों के साथ हैं.