जोधपुर. देश के जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के जिले में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल पहुंचाने का काम सुस्त रफ्तार से हो रहा है. पूरे राज्य में जहां 25 फीसदी काम हुआ है, वहीं जोधपुर में इससे भी कम काम हुआ है. शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में जल जीवन मिशन योजना (Jal Jeevan Mission in Jodhpur) की संभाग स्तरीय बैठक के बाद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जल जीवन मिशन में कार्य में राजस्थान सरकार की शुरुआती दौर में दुर्भाग्यपूर्ण कारणों से जो उदासीनता थी. उसका दंड राज्य की जनता झेल रही है. आज तेलंगाना, हरियाणा जैसे प्रदेशों में 100 प्रतिशत कवरेज हो गया है. गुजरात समेत कई प्रदेश 90 प्रतिशत काम पूरा कर चुके हैं. राजस्थान में काम की गति के हिसाब से 33 प्रदेशों में 32वें और ओवरऑल कवरेज में 29वें नंबर पर है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जोधपुर में हमें 4.60 लाख कनेक्शन देने हैं. अभी तक 90 हजार कनेक्शन ही दिए गए हैं. विडंबना यह है कि राज्य के 25 प्रतिशत के औसत से भी जोधपुर जिला नीचे है. हमें कार्य को बहुत तेज गति प्रदान करने की आवश्यकता है. योजना की शुरूआत के दो साल में राजस्थान सरकार आपसी खींचातान में समय जाया हो गया. दो साल में 4 या 5 तो सचिव बदल दिए गए. लेकिन अब भी देर आए दुरुस्त आए, हमें कार्य और तेजी करने की आवश्यकता है.
राज्य में सर्वाधिक अमृत सरोवर बनेंगे जोधपुर में: शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कलेक्ट्रेट परिसर में जल से जुड़ी योजनाओं और उनके क्रियान्वयन पर अधिकारियों के साथ बैठक की. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अमृत सरोवर प्रधानमंत्री जी की महत्वपूर्ण योजना है. योजना को लेकर प्रधानमंत्री जी ने दो अपेक्षा भाव व्यक्त किए हैं. एक, वर्षा जल के संग्रहण की क्षमता बढ़े, हरेक जिले में ऐसे 75 स्थान चिह्नित कर नए तालाब बनाए जाएं या पुराने तालाबों का पुर्ननिर्माण हो या उनकी क्षमता में वृद्धि की जाए. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कम से कम एक एकड़ भूमि पर पानी के फैलाव और 10 हजार क्यूबिक मीटर स्टोरेज की क्षमता के तालाब को अमृत सरोवर की संज्ञा दी जाएगी.
उन्होंने ने कहा कि देश में 75 प्रति जिले के हिसाब से 50 हजार तालाबों की कल्पना की गई है. राजस्थान में सर्वाधिक जोधपुर जिले में हमने 147 ऐसे स्थान चिह्नित किए हैं. इसके अलावा 70 ऐसी अवसंरचनाएं जो भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित हैं. उन्हें भी अमृत सरोवर परियोजना के साथ जोड़ा गया है. ऐसे में, जोधपुर में 250 से ज्यादा ऐसी अवसंरचनाएं 15 अगस्त से पहले सरोवर बनेंगी.