जोधपुर: रातानाडा (Ratanada) थाना पुलिस और बदमाश लवली कंडारा (Lovely Kandara) के बीच फायरिंग में हुई लवली की मौत के मामले में पुलिस और मृतक परिजनों के बीच चौथे दिन भी गतिरोध बना हुआ है. परिजन और वाल्मीकी समाज रातानाडा थानाधिकारी लीलाराम को सस्पेंड करने की मांग पर अड़े हुए है. शनिवार को भाजपा के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र जोशी (Devendra Joshi) ने धरने पर आकर प्रकरण की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है.
जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) के गृह नगर सहित पूरे राज्य में कानून व्यवस्था के हाल खराब है. पुलिस को सजा देने का हक नहीं है. इस बीच पुलिस मामले से जुड़े फुटेज मीडिया को दिखाकर यह समझाने का प्रयास कर रही है कि इसमें पुलिस की कोई गलती नहीं है. लेकिन एक फुटेज में यह साफ नजर आ रहा है कि रातानाडा थाना क्षेत्र के पीडब्ल्यूडी चौराहा (PWD Chauraha) से सेनापति भवन के बीच एक जगह पर जब लवली कंडारा की गाड़ी खड़ी थी तो एक पुलिसकर्मी ने उसे रोकने का प्रयास किया.
खुद थानाधिकारी लीलाराम (Leelaram) रिवाल्वर के साथ गाड़ी के पास गए और कांच तोड़ने का प्रयास किया लेकिन तब लवली ने गाड़ी भगा ली. इस दौरान पुलिस चाहती तो पुलिस उस गाड़ी के टायर पर फायर (Fire On Tyre) करके उसे रोक सकती थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया. जबकि लीलाराम के हाथ मे रिवॉल्वर थी. लेकिन थाना अधिकारी ने अपनी निजी गाड़ी से पीछा करना उचित समझा और उसके बाहर बनार रोड पर मुठभेड़ में लवली मारा ( Lovely Encounter) गया.