जोधपुर. कोरोना संक्रमण के तेज रफ्तार को देखते हुए इसके प्रभावी नियंत्रण और रोकथाम के लिए प्रदेश की गहलोत सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं. सोमवार सुबह पांच बजे से 3 मई सुबह पांच बजे तक पूरे प्रदेश में 'जन अनुशासन पखवाड़ा' मनाया जा रहा है. जिसमें सभी कार्यस्थल, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद करने का निर्देश दिया गया है.
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कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लागू की गई यह व्यवस्था ना तो कर्फ्यू है और ना ही लॉकडाउन. यह शहर की सड़कों पर नजर भी आता है. वीकेंड कर्फ्यू के दौरान लोगों की बहुत कम आवाजाही सड़कों पर थी क्योंकि उसमें कुछ श्रेणी के लोगों को ही बाहर निकलने की अनुमति थी. लेकिन, सोमवार से लागू हुई नई व्यवस्था के चलते पूरे दिन बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले और सड़कों पर वाहनों के साथ चलते नजर आए.
जोधपुर में खाद्य सामग्री की दुकानें खुली थी, जहां लोगों की भीड़ नजर आई. इसके अलावा सब्जी मंडी और ऐसे डिपार्टमेंटल स्टोर जहां सिर्फ खाद्य सामग्री मिलती है वह भी खुले थे. दवाइयों की दुकानें खुली थी और सड़कों पर ठेले भी लगे हुए थे. कामगारों के लिए परिवहन व्यवस्था बनाने के लिए सिटी बसें भी चल रही है.
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अगर लॉकडाउन की बात करें तो वह कर्फ्यू से भी ज्यादा सख्त व्यवस्था है, जिसमें बाहर नहीं निकलने दिया जाता है. जो कि गत वर्ष लागू की गई थी. 3 मई तक चलने वाली इस व्यवस्था में सरकार लोगों से चाह रही है कि लोग कुछ नियमों के तहत अनुसाशन में रहे, जिससे संक्रमण की गति रोकी जा सके.