बिलाड़ा (जोधपुर). बिलाड़ा के जैतीवास गांव में मंगलवार को खेत में रह रहे दंपती समेत तीन लोगों की अज्ञात हमलवारों ने दर्दनाक हत्या कर दी थी. मृतक के परिजनों ने मृतकों के शव लेने से इनकार कर दिया.
बता दें कि परिजन, हत्याकांड में अनाथ हुए तीन नाबालिग बच्चों के भरण-पोषण के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 50 लाख तुरंत आर्थिक मदद और हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, सीएम अशोक गहलोत के नाम मंगलवार देर रात बिलाड़ा पुलिस थाने में जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट से मिलकर ज्ञापन दिया है. मृतकों के शव को बिलाड़ा अस्पताल की मोर्चरी में और घायल तीन बच्चों का जोधपुर स्थित मथुरादास माथुर अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां दो बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई थी है. हत्याकांड के खुलासे के लिए राहुल बारहट के सुपरविजन में अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं.
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वारदात स्थल पुलिस के कब्जे में..
जैतीवास गांव से दो किलोमीटर कच्चे मार्ग के पास आए घटनास्थल के अस्थाई डेरे को पुलिस ने सघन जांच होने तक अपने कब्जे में लेकर कांस्टेबल को तैनात किया है. घटनास्थल की बारीकी से जांच के लिए FSL और स्क्वॉड टीम ने झाड़ियों से एक व्यक्ति के फुट मार्क (पदचिन्ह) को भी जांच में शामिल किया है. वहीं घटनास्थल से हत्याकांड में प्रयुक्त खुन से सन्नी लकड़ी, धारदार एक कुंट और अन्य सामान को भी सील कर जांच के लिए भेजा है.
मानवता शर्मसार...
बता दें कि मृतक परिवार के बनाए अस्थाई डेरे के सभी बिस्तर और अन्य समान खुन से सन्ना हुआ देखकर हर कोई स्तब्ध है. पूरे दिन घटनास्थल पर लोगों की रेलमपेल लगी रही. अपनी मां के शव को धूप से बचाने के लिए बेटे ने शव पर कंबल डाली और मृतक भाई को छाए में लाया. घटनास्थल पर पंहुची ईटीवी भारत की टीम ने स्थानीय लोगों और ग्रामीणों को प्रथम सूचना देने वाले महेन्द्र सिंह ने बातचीत में बताया कि सुबह साढ़े ग्यारह बजे कच्चे मार्ग से बेरे की तरफ जा रहा था. ऐसे में जवरीलाल का बेटा घनश्याम घबराया हुआ मार्ग पर भागकर आया और बताया कि मेरे माता-पिता को किसी ने मार दिया. मार्ग से थोड़ा दूर जाकर डेरे में एक साथ क्षत-विक्षत और रक्त-रंजित शव देखकर दंग रह गए. घबराया हुआ ग्रामीणों को फोन पर सूचना देने के बाद ग्रामीणों की मदद से गंभीर घायल मृतक जवरीलाल की बेटियां टीना, सोनी और बेटे घनश्याम को बिलाड़ा अस्पताल भिजवाया.
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मृतक जवरीलाल अपनी पत्नी तोला देवी और चार बच्चों के साथ विदेशी बबूल को काटकर कोयला बनाने का कामकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था. जैतीवास गांव में जवरीलाल को यह काम करते हुए तीन माह हुए थे. यहां रहकर जवरीलाल दिनेश चौकीदार को कोयला बेचता था. पुलिस दिनेश से भी पूछताछ कर रही है. प्रथम दृष्टया पुलिस ने तिहरा हत्याकांड को लूट के इरादे से नहीं करना बताया है. क्योंकि जवरीलाल की पत्नी के पहने चांदी के कड़े और कुछ नकदी पुलिस ने जब्त की है. पुलिस हत्याकांड को आपसी रंजिश मानकर पुलिस जांच कर रही है.