जोधपुर. जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में कोरोना संक्रमित चिकित्सक के परिजनों को रखा गया है. इस बीच परिजनों द्वारा रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में परिजन अस्पताल की अव्यवस्थाओं से तंग आकर शिकायत करते हुए नजर आ रहे हैं.
परिजन मथुरा दास माथुर अस्पताल में जिस जगह की बात कर रहे हैं वो जनाना विंग में बनाए गए वार्ड की है. यहां अव्यवस्थाओं का आलम इस कदर है कि रखे गए मरीज के परिजनों को न तो समय पर खाना मिल रहा है और न ही पानी. इतना ही नहीं छोटे बच्चों के लिए दूध भी यहां उपलब्ध नहीं है.
3 दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हो गए थे, उनके परिजनों ने वीडियो बनाकर बताया है कि शहर की जीवनी मंडी डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉक्टर कमलेश सामरिया कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं. उनके पॉजिटिव होने से उनकी पत्नी, बच्चे, माता-पिता और अन्य परिवार के सदस्यों को भी मथुरादास माथुर अस्पताल में रखा गया है.
डॉ. कमलेश के एक 8 माह का बच्चा भी है. शनिवार सुबह परिजन इस बात को लेकर परेशान हो गए कि बीते 12 घंटे में बच्चे को दूध तक नहीं मिला. कोई सुनवाई भी नहीं की जा रही है. इसके अलावा कई संदिग्ध रोगियों को तो सिर्फ इसलिए यह कह कर लाया गया कि आधे घंटे बाद वापस घर भेज देंगे, लेकिन वे अभी तक वहीं इंतजार कर रहे हैं. नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी 24 घंटे तक घर नहीं भेजा जा रहा है.
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जोधपुर में क्वॉरेंटाइन में रखे जाने वाले अन्य संदिग्ध लोगों की भी यही शिकायत है. खासतौर से आंगनवा में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर की सबसे बुरी स्थिति है, लेकिन प्रशासन ने पूरा का पूरा काम स्वास्थ्य विभाग और संबंधित नोडल अधिकारी के भरोसे छोड़ दिया है, जो खुद वहां खानापूर्ति करने जा रहे हैं. वर्तमान में क्वॉरेंटाइन के लिए अंगनवा में 50 से ज्यादा लोग रखे गए हैं.