जोधपुर. नौनिहालों की स्कूल बसों के रियलिटी चेक में हमारी टीम ने जोधपुर की बाल वाहिनों की हकीकत को जाना. जहां सड़कों पर दौड़ने वाली बाल वाहिनियों के नियमों की पालना नहीं करने पर जोधपुर यातायात पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि स्कूली वाहनों की एक गाइडलाइन तैयार की गई है. वहीं जोधपुर यातायात पुलिस की ओर से बाल वाहिनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है.
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यातायात एसपी डॉ. रवि ने बताया कि बाल वाहिनी को लेकर अलग से एक गाइडलाइन जारी की गई है. जिसमें बच्चों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए सभी इंस्ट्रक्शन बाल वाहिनी चालक और परिचालक को दिए गए हैं. बाल वाहिनी को लिखकर जारी की गई गाइडलाइन में कई नियम बनाए गए हैं. जिसमें मुख्य बाल वाहिनी में चालक के साथ परिचालक होना जरूरी है. बाल वाहिनी में किसी प्रकार का कोई साउंड नहीं होगा. बाल वाहिनी में स्कूल की तरफ से एक टीचर साथ रहेगी. सड़क पर चलते समय स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही होगी और सभी बाल वाहिनी गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगा होना जरूरी है. इन सभी नियमों की पालना नहीं करने वाली बाल वाहिनी गाड़ियों पर जोधपुर यादव पुलिस द्वारा निरंतर रूप से कार्रवाई की जा रही है.
वहीं बाल वाहिनी में बच्चों की सुरक्षा को लेकर जब अभिभावकों से बात की गई तो उनका कहना है कि बाल वाहिनी गाड़ी को लेकर स्कूल प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने नियम जारी किए गए हैं. उसके अनुसार ही जोधपुर में गाड़ियां चल रही है. लेकिन कई गाड़ियों में क्षमता से अधिक बच्चे बैठा दिए जाते हैं. जिससे की बच्चों में गिरने का खतरा बना रहता है. इसको लेकर भी स्कूल प्रशासन और पुलिस प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.
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वहीं बाल वाहिनी गाड़ी के नियमों को लेकर सरदार दून पब्लिक स्कूल की टीचर व सीनियर ट्रांसपोर्ट इंचार्ज दिशा सिंघवी ने बताया कि उनके स्कूल से चलने वाली सभी बाहर वाहिनी ड्राइवरों का रिकॉर्ड लिया गया है. साथ ही सभी गाड़ियां रजिस्टर्ड है और स्कूल से प्रतिदिन एक अध्यापिका बच्चों के साथ उनके घरों तक जाती है और उन सभी को छोड़ने के बाद अपने घर के लिए निकलती है.