जोधपुर. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के साथ बैठक कर जिले में कांगो फीवर की मौजूदगी को स्वीकार किया है. जिले में कांगों फीवर की मौजूदगी की खबर सबसे पहले ईटीवी भारत ने ही चलाई थी. बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से कांगो फीवर पर नियंत्रण और बचाव को लेकर चर्चा की.
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जोधपुर संभाग के चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के सयुंक्त निदेशक युद्धवीर सिंह ने बताया कि अब्दुल कलाम नगर निवासी इकबाल को कांगो फीवर की पुष्टि हो गई है. उसके दो बच्चे संदिग्ध है उन्हें भी अहमदाबाद भेजा गया है. अहमदाबाद से इकबाल के पॉजिटिव होने की रिपोर्ट सरकार को मिली थी.
गौरतलब है कि रविवार को जोधपुर के डाली बाई मंदिर क्षेत्र में इकबाल के घर स्वास्थ विभाग की टीम पहुंची थी. टीम ने उसके दोनों बच्चों को घर से सीधे अस्पताल भेज दिया. इसके बाद आसपास के घरों का सर्वे भी किया. मौके पर सीएमएचओ बलवंत मंडा ने सर्वे में इसे मौसमी बीमारी बताया था. लेकिन बाद में रात को इकबाल के दोनों बच्चों को भी अहमदाबाद रेफर कर दिया गया.
कांगो बुखार से चार साल पहले हुई थी 2 मौते
जोधपुर में साल 2015 में कांगो क्रीमियन फीवर का मरीज सामने आया था. शहर के एक निजी अस्पताल में उस मरीज को उपचार के लिए भर्ती करवाया गया था. जहां उपचार के दौरान एक नर्सिंग कर्मी भी इस रोग की चपेट में आ गया था. जिसके चलते मरीज और नर्सिंग कर्मी दोनों की ही मौत हो गई थी.