जोधपुर. कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकारों के साथ पूरा देश तैयार है. कोरोना के खिलाफ जंग में देशभर में लॉकडाउन किया गया है और लॉकडाउन के दौरान गरीब, मजदूर और जरूरतमंद भूखा नहीं रहे, इसके लिए सरकारों के साथ भामाशाह, संस्थान, सामाजिक संगठन फोर्स से जुड़े लोग आगे आए हैं.
इसी कड़ी में जोधपुर के पालड़ी खिचियांन गांव स्थित सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान भी आगे आए. इनको लेकर सीआरपीएफ के अधिकारियों ने अपने सामाजिक सरोकारों के तहत थबुकड़ा, जाजीवाल भाटियान, लोरडी पंडित जी रलावास गावों में जाकर जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन वितरण किया. रसद सामग्री वितरण के दौरान सोशल डिस्टेन्स की पालना भी की गई. जिससे संक्रमण नहीं फैले.
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सीआरपीएफ के डीआईजी महेंद्र कुमार ने बताया कि सीआरपीएफ के द्वारा यह वितरण 3 चरणों में किया जा रहा है. उन्होंने चार गांव थबूकड़ा, जाजीवाल भटिया , लोरड़ी पंडित रलावास और मंडलनाथ के दैनिक मजदूरी करने वाले ऐसे लोग जिनकी आय लॉकडाउन के चलते रुक गई है. ऐसे लोग खाने की सामग्री राशन नहीं जूटा सकते, उन्हें यह सामग्री वितरित की.
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उन्होंने कहा कि शहर में कई भामाशाह दानदाता सामग्री और खाना उपलब्ध करवा रहे हैं, लेकिन दूरदराज रहने वाले ऐसे लोगों के पास प्रसाशन और समाज सेवी संस्थाए भी नहीं पहुंच पाते हैं. ऐसे लोगों को सीआरपीएफ ने सूखा राशन बाटा. रसद सामग्री वितरण से पहले यहां पर डॉक्टर्स की टीम से थर्मल स्क्रीनिंग कर मेडिकल जांच की गई. जिससे संदिग्ध केस की भी पहचान की जा सके.