जोधपुर. शहर के एक स्कूल के 12वीं के छात्र का वीडियो सोशल मीडिया पर आया है. जिसमें उसने खुद को बचाने की गुहार लगाई है. छात्र पर उसके सहपाठी छात्रा ने बदतमीजी करने और अनर्गल भाषा में पत्र लिखने का (Molestation Case in Jodhpur) आरोप लगाया था. जिसके चलते उस पर पॉक्सो के तहत मामला दर्ज हो गया. शास्त्री नगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
अपने इंस्टाग्राम पर छात्र द्वारा डाले गए वीडियो में वह कह रहा है कि उस पर जो आरोप लगाए गए हैं, वह गलत है. इसको लेकर उसने पहले स्कूल की प्रिंसिपल से कहा था कि वह अपने स्तर पर जांच करें. मैं दोषी नहीं हूं, लेकिन स्कूल ने उसकी (Video of POCSO Accused Student) नहीं सुनी और उसे स्कूल से निकाल दिया. इसके बाद उसके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. छात्र अपने वीडियो में बता रहा है कि उस पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह लड़की को पत्र लिखता है, जबकि उसने ऐसा नहीं किया है.
जब लड़की के घर पर पत्र मिले थे, उस समय वह जोधपुर में नहीं था. वहीं, शास्त्री नगर थाना अधिकारी जोगेंद्र चौधरी ने बताया कि बालिका के परिजनों ने रिपोर्ट दी थी. उसके आधार पर छात्र पर मामला दर्ज किया गया. अभी जांच चल रही है. उसे एक बार शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. पॉक्सो के मामले को लेकर छात्रा के न्यायाधीश के समक्ष बयान करवा दिए गए हैं. अभी अनुसंधान चल रहा है. लड़की के पिता ने छात्र पर एसिड फेंक कर जलाने की धमकी का भी आरोप लगाया है. छात्रा और छात्र दोनो ही नाबालिग हैं.
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वीडियो हो रहा वायरल : छात्र ने अपने वीडियो में बताया है कि छुट्टियों के बाद सभी स्कूल खुले, तब लड़के ने शिकायत की कि उसके घर पत्र आ रहे हैं. जबकि वह शहर में नहीं था. स्कूल के पीटीआई ने उससे मारपीट कर कहा कि वह कबूल कर ले कि उसने लेटर लिखा है. लेकिन मैंने यह बात नहीं मानी, उसके बाद मुझे स्कूल से निकाल दिया गया. अब मेरे साथ कुछ गलत होता है तो उसका जिम्मेदार पुलिस और स्कूल प्रबंधन होगा. छात्र का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद कई एनजीओ और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ट्विटर पर उसे शेयर करते हुए इस प्रकरण में निष्पक्ष कार्रवाई की बात कही है.