जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने गृहनगर जोधपुर में रावण दहन (Chief Minister Gehlot did Ravan Dahan) किया. सीएम गहलोत बुधवार को रावण का चबूतरा मैदान स्थित रावण दहन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने तीर चलाकर रावण के पुतले का दहन किया. इसके साथ ही मेघनाद और कुंभकरण के पुतला भी धू-धू कर जल उठा. रावण दहन के दौरान जोधपुर रियासत के पूर्व नरेश गजसिंह भी उनके साथ रहे. रावण दहन के बाद आकर्षक आतिशबाजी भी की गई.
यह समारोह नगर निगम उत्तर और दक्षिण ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था. कोरोना के दो साल के बाद आयोजित हुए दशहरा समारोह में बड़ी संख्या में शहर के लोग भी पहुंचे. खास बात यह रही कि 2 साल बाद हो रहे समारोह में रावण का कद 10 फुट छोटा हो गया (Ravan Dahan in Jodhpur) जो चर्चा का विषय बना रहा. समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा पूर्व नरेश गजसिंह, महापौर कुंती देवड़ा, महापौर वनीता सेठ, विधायक मनीषा पंवार, राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी, राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष बिनाका मालू सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
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रामजी की सवारी के स्वागत में उमड़ा समूचा शहर
विजयदशमी महोत्सव का आगाज मेहरानगढ़ दुर्ग में शस्त्र पूजन के बाद भगवान राम की सवारी निकलने (Dussehra in Jodhpur) के साथ हुआ. पूर्व नरेश गजसिंह ने भगवान की पूजा की और शस्त्र पूजन भी किया. मेहरानगढ़ से दोपहर 1:15 बजे भगवान राम की पूजा के साथ शोभायात्रा प्रारंभ हुई जो बाजार होती हुई शाम करीब 5:30 बजे रावण का चबूतरा मैदान पहुंची. इस दौरान रास्ते में अखाड़ा का प्रदर्शन हुआ और उसके बाद रावण का चबूतरा मैदान में भी आर्य वीर दल सहित अन्य अखाड़ों ने शौर्य प्रदर्शन किया.
सहज नजर आए गहलोत, नेताओं व कार्यकर्ताओं से मिले
विजयादशमी समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत ही सहज नजर आ रहे थे. वह सभी नेताओं से खुलकर मिले. राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत के साथ ठहाके लगाए. सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास के साथ फोटो खिंचवाई और आशीर्वाद लिया. इसके बाद कुंती देवड़ा से मिले. पूर्व नरेश गजसिंह आए तो उनके साथ भी काफी देर तक गुफ्तगू की. रामजी की सवारी की पूजा के दौरान पंडित से भी काफी देर तक बातें करते रहे.