जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार इस बात का प्रयास कर रहे हैं कि लोगों का सरकारी अस्पतालों में विश्वास बना रहे. उनकी सरकार लगातार यह दावा भी कर रही है कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के उपचार की पूरी व्यवस्था की गई है. लेकिन उनके गृह नगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की देखरेख में कितनी गंभीरता दिखाई जा रही है. इसका अंदाजा हाल ही में सामने आए वीडियो से पता चलता है.
यह वीडियो मथुरा दास माथुर अस्पताल के कोविड अस्पताल का है. जहां उपचार के दौरान आबू रोड निवासी एक वृद्धा अपने बेड से गिर जाती है. उन्हें उठाने के लिए कोई नहीं आता है, क्योंकि वह वृद्धा कोरोना पॉजिटिव है. वार्ड की फर्श पर गिरने के बाद 70 वर्षीय वृद्धा कई बार उठने का प्रयास भी करती है, लेकिन उनकी शरीर की क्षमता नहीं होती कि खुद उठ जाए.
वार्ड में मौजूद अन्य कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने उनका वीडियो इसलिए बनाया कि हालात बाहर दिखाई जा सके. करीब 1 घंटे तक वृद्धा उसी फर्श पर पड़ी रही, कोई उठाने नहीं आया. तो अन्य मरीजों ने ही सहारा देकर उन्हें वापस बेड तक पहुंचाया. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है.
जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भी गत दिनों एक मरीज के गिरने के बाद हालात इतने गंभीर हो गए उन्हें एम्स में भेजा गया. जहां उनकी मौत हो गई. एमडीएम अस्पताल की जनाना विंग में चल रहे कोड अस्पताल का यह वीडियो 22 तारीख की रात का है. उस दौरान इसी वार्ड में भर्ती एक अन्य मरीज, जिन्हें बाद में होम आइसोलेशन में भेज दिया गया. उन्होंने इस मामले को लेकर प्रशासन तक शिकायत भी दर्ज करवाई.
इधर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर जीएल मीणा का कहना है कि उन्हें ऐसे मामले की जानकारी नहीं मिली है. अगर ऐसी घटना हुई है तो वे इसकी जांच करवाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि मरीजों को परेशानी नहीं हो.