जोधपुर. राजस्थान में जोधपुर के ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिले के लूणी तहसील क्षेत्र के धवा इलाके में फर्जी डॉक्टर बनकर प्रैक्टिस करने वाला दिलीप सोलंकी जेल से छूटने के तुरंत बाद फिर गांव में ही मेडिकल स्टोर पर प्रैक्टिस करने पहुंच गया. जिसकी शिकायत मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मंगलवार को डिप्टी सीएमएचओ डॉ. प्रीतम सिंह सांखला की अगुवाई में पहुंची. लेकिन दिलीप सोलंकी गच्चा देकर भागने में कामयाब हो गया. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मण्डा के निर्देश पर डिप्टी सीएमएचओ डॉ. प्रीतम सिंह सांखला, औषधि निरीक्षक पंकज गहलोत और आशीष गज्जा की टीम ने लूणी ब्लॉक धवां गांव में संचालित श्री बालाजी मेडिकल और प्रोविजन स्टोर पर दबिश दी. डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सांखला ने बताया कि शिकायत के आधार पर हमारी टीम ने मेडिकल स्टोर का निरीक्षण करने पहुंची तो वहां अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहे दिलीप सोलंकी नामक झोलाछाप से उक्त कार्य करने की डिग्री की जानकारी चाही तो उसके पास कोई मेडिकल संबंधित डिग्री नहीं पाई गई. उन्होंने बताया कि उक्त झोलाछाप दस्तावेज का बहाना कर मौके से फरार हो गया.
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डॉ. सांखला ने बताया कि झंवर थाना अंतर्गत धवां गांव की श्री बालाजी मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर पर मरीजों का अवैध रूप से इलाज करने वाला झोलछाप पहले भी मरीज को गलत इंजेक्शन लगाने से हुई मौत होने के मामले में जेल जा चुका है. उन्होंने बताया कि वह जेल से बाहर आकर फिर से वही कार्य करने में लग गया. साथ ही औषधि निरीक्षक ने औषधि नियंत्रण एक्ट के तहत स्टोर पर कार्रवाई की. जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कथित झोलाछाप के खिलाफ की उक्त कार्रवाई की सूचना झंवर थाने में दी. इससे पहले भी महिला की मौत के मामले मे पुलिस दिलीप सोलंकी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेजा था.