जोधपुर. जिला प्रशासन ने पिछले महीने कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे निजी अस्पतालों के किए गए औचक निरीक्षण के दौरान पाल रोड स्थित सोना देवी हॉस्पिटल में मिली अनियमितताओं की जांच पूरी कर ली है. जांच के बाद जिला कलेक्टर की अगुवाई वाली टीम ने एक रिपोर्ट तैयार कर मेडिकल कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ. गोविंद पटेल के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है.
पढ़ें: पाक विस्थापितों को लेकर आमने सामने 'मोदी और गहलोत' सरकार...जानें क्या है पूरा मामला?
जिला प्रशासन की ओर से यह रिपोर्ट मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को उपलब्ध करवाई गई है. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने डॉक्टर गोविंद पटेल को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं. उनके स्पष्टीकरण के बाद में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 24 अप्रैल को जिला प्रशासन की एक टीम ने शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों का दौरा किया था. इस दौरान सोना देवी हॉस्पिटल में अनाधिकृत रूप से कोरोना मरीज भर्ती किए हुए थे. क्योंकि अस्पताल को कोरोना मरीजों के लिए प्रशासन की ओर से अधिकृत नहीं किया गया था.
इन मरीजों की भर्ती में मेडिकल कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ. गोविंद पटेल की भूमिका थी. अस्पताल गोविंद पटेल के द्वारा ही संचालित किया जाता है. जिन मरीजों का उपचार चल रहा था उनके लिए कोई भी मेडिसिन डिपार्टमेंट का डॉक्टर नहीं था. बल्कि आयुर्वेद होम्योपैथी के डॉक्टर लगाए गए थे.
12 मरीज मिले थे मौके पर
जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि निरीक्षण के दौरान सोना देवी अस्पताल में 12 मरीज मिले थे. जो कोरोना संक्रमित थे. इन मरीजों को डॉ. गोविंद पटेल ने निजी क्लीनिक में देखा और सरकारी अस्पताल में रेफर होने के लिए कहा गया. लेकिन ये मरीज सरकारी अस्पताल में ना जाककर सोना देवी अस्पताल में भर्ती हुए. जिसके निर्देश डॉक्टर पटेल ने ही दिए थे.