जोधपुर. 15 अगस्त होने से शहर के कई प्राकृतिक स्थलों पर भी लोगों की भीड़ उमड़ी. ऐसे में अरना झरना और कदमकन्दी पर भी पानी बहने लगा. लोगों ने तिरंगे के रंग बहाकर तिरंगा झरना बना दिया. कायलाना झील पर इतनी भीड़ उमड़ी मानों जैसे कोरोना गायब ही हो गया.
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार शाम 6 बजे तक जोधपुर में 43 एमएम पानी गिरा. हालांकि अभी तक कुल बारिश हर वर्ष की अपेक्षा आधी से भी कम हुई है. जोधपुर में सर्वाधिक बारिश भी अगस्त में ही होती है. अगस्त के 15 दिनों में अब तक जोधपुर में कुल 70 एमएम बारिश हुई है. जबकि हर वर्ष अगस्त में कुल बारिश 200 एमएम से ज्यादा होती है.
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जोधपुर में जून से सितंबर तक की अवधि मानसून सत्र माना जाता है. इन चार माह में होने वाली बारिश को मानसून की बारिश मानते हैं. जून से अब तक कुल 217.5 एमएम बारिश हुई है. जबकि हर वर्ष 421 एमएम बारिश होती है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार शहर में अगस्त में औसत 190.2 एमएम बारिश होती है, जबकि इस बार अब तक केवल 70 एमएम बारिश हुई है. इससे पहले जून में 18.9 बारिश हुई है, जाे औसत 51.4 से 32.5 एमएम और जुलाई में 127.7 एमएम बारिश हुई है, जो जुलाई के औसत 179.4 से 51.7 एमएम कम हुई है.