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जोधपुर: Unlock में दर्ज हुए महिला उत्पीड़न के 21 मामले

जोधपुर में अनलॉक में अब तक महिला उत्पीड़न के 21 मामले दर्ज हो चुके हैं. इनमें से एक मामले का लॉकडाउन में ही निस्तारण कर दिया गया था. बाकी के सभी मामलों को दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.

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Published : Jul 29, 2020, 9:40 PM IST

जोधपुर समाचार, jodhpur news
अनलॉक में महिला उत्पीड़न के मामले

जोधपुर. प्रदेश में मार्च से ही लॉकडाउन की स्थिति बनी रही. करीब तीन महीने के लॉकडाउन के बाद अनलॉक लगाई गई. उस दौरान सभी थानों की पुलिस ने कोरोना संक्रमण से आम जनता को सुरक्षित करने को लेकर दिन-रात अपनी जिम्मेदारी निभाई. इस बीच पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज नहीं किए गए. लेकिन अनलॉक लगते ही थानों में पहले की तरह मामले सामने आने लगे. अनलॉक के साथ ही थानों में पहले की तरह काम भी किया जाने लगा है.

अनलॉक में महिला उत्पीड़न के मामले

जिले की महिला पुलिस थाना ईस्ट की बात करें तो लॉकडाउन के बाद अनलॉक में महिला उत्पीड़न के अब तक एक के बाद एक कुल 21 मामले दर्ज हो चुके हैं. महिला पुलिस थानाधिकारी का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के साथ ही महिलाओं द्वारा अपनी अपनी परेशानी को लेकर मामले दर्ज करवाए जा रहे हैं.

महिला पुलिस थाना ईस्ट थानाधिकारी निशा भटनागर ने बताया कि अनलॉक के बाद अब तक 21 मामले दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें ज्यादातर मामले पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद के हैं. इन मामलों में पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करना, किसी अन्य महिला के साथ संबंध होना, खर्चे के लिए पैसा नहीं देना, कमाई नहीं करना जैसे मामले में सामने आए.

पढ़ें- ड्यूटी नहीं देने पर डिस्चार्ज होमगार्ड ने किया आत्मदाह का प्रयास, VIDEO VIRAL

इन सभी मामलों में पहले पति और पत्नी के बीच काउंसलिंग करवाई गई. उस दौरान कुछ मामलों में दोनों के बीच आपसी सहमति बन गई. इनमें कुछ मामले ऐसे भी थे, जिनमें दोनों के बीच आपसी सहमति नहीं बन पाई, उन मामलों को दर्ज कर लिया गया. इन मामलों पुलिस की ओर से अनुसंधान किया जा रहा है.

थानाधिकारी ने बताया कि थाने में कुछ मामले ऐसे भी आते हैं, जिनमें महिलाएं पुलिस के समक्ष काउंसलिंग करवाकर अपना घर फिर से बसाना चाहती है. ऐसे मामलों में भी पुलिस द्वारा काउंसलिंग करवाकर उनके घर को फिर से बसाने का प्रयास किया जाता है. लॉकडाउन के बाद लगभग 5 से अधिक ऐसे मामलों में काउंसलिंग करवाकर उनका निस्तारण करवाया गया.

लॉकडाउन के दौरान एक मामले में पति-पत्नी में हुई सुलह

महिला पुलिस थानाधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन से 2 दिन पहले 22 मार्च को महिला पुलिस थाने में एक मामला दर्ज हुआ था. जिसमें महिला ने अपने और पति के बीच घरेलू विवाद सहित एक दूसरे पर शक करने को लेकर मामला दर्ज करवाया. लेकिन मामला दर्ज होने के बाद लॉकडाउन लग गया और लॉकडाउन खत्म होने के बाद महिला थाने पर आई और उसने बताया कि अब दोनों एक-दूसरे के साथ रहना चाहते हैं. इस पर पुलिस ने महिला की तर्ज पर कोर्ट में मामले को बंद करवा दिया.

जोधपुर. प्रदेश में मार्च से ही लॉकडाउन की स्थिति बनी रही. करीब तीन महीने के लॉकडाउन के बाद अनलॉक लगाई गई. उस दौरान सभी थानों की पुलिस ने कोरोना संक्रमण से आम जनता को सुरक्षित करने को लेकर दिन-रात अपनी जिम्मेदारी निभाई. इस बीच पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज नहीं किए गए. लेकिन अनलॉक लगते ही थानों में पहले की तरह मामले सामने आने लगे. अनलॉक के साथ ही थानों में पहले की तरह काम भी किया जाने लगा है.

अनलॉक में महिला उत्पीड़न के मामले

जिले की महिला पुलिस थाना ईस्ट की बात करें तो लॉकडाउन के बाद अनलॉक में महिला उत्पीड़न के अब तक एक के बाद एक कुल 21 मामले दर्ज हो चुके हैं. महिला पुलिस थानाधिकारी का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के साथ ही महिलाओं द्वारा अपनी अपनी परेशानी को लेकर मामले दर्ज करवाए जा रहे हैं.

महिला पुलिस थाना ईस्ट थानाधिकारी निशा भटनागर ने बताया कि अनलॉक के बाद अब तक 21 मामले दर्ज किए जा चुके हैं जिनमें ज्यादातर मामले पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद के हैं. इन मामलों में पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करना, किसी अन्य महिला के साथ संबंध होना, खर्चे के लिए पैसा नहीं देना, कमाई नहीं करना जैसे मामले में सामने आए.

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इन सभी मामलों में पहले पति और पत्नी के बीच काउंसलिंग करवाई गई. उस दौरान कुछ मामलों में दोनों के बीच आपसी सहमति बन गई. इनमें कुछ मामले ऐसे भी थे, जिनमें दोनों के बीच आपसी सहमति नहीं बन पाई, उन मामलों को दर्ज कर लिया गया. इन मामलों पुलिस की ओर से अनुसंधान किया जा रहा है.

थानाधिकारी ने बताया कि थाने में कुछ मामले ऐसे भी आते हैं, जिनमें महिलाएं पुलिस के समक्ष काउंसलिंग करवाकर अपना घर फिर से बसाना चाहती है. ऐसे मामलों में भी पुलिस द्वारा काउंसलिंग करवाकर उनके घर को फिर से बसाने का प्रयास किया जाता है. लॉकडाउन के बाद लगभग 5 से अधिक ऐसे मामलों में काउंसलिंग करवाकर उनका निस्तारण करवाया गया.

लॉकडाउन के दौरान एक मामले में पति-पत्नी में हुई सुलह

महिला पुलिस थानाधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन से 2 दिन पहले 22 मार्च को महिला पुलिस थाने में एक मामला दर्ज हुआ था. जिसमें महिला ने अपने और पति के बीच घरेलू विवाद सहित एक दूसरे पर शक करने को लेकर मामला दर्ज करवाया. लेकिन मामला दर्ज होने के बाद लॉकडाउन लग गया और लॉकडाउन खत्म होने के बाद महिला थाने पर आई और उसने बताया कि अब दोनों एक-दूसरे के साथ रहना चाहते हैं. इस पर पुलिस ने महिला की तर्ज पर कोर्ट में मामले को बंद करवा दिया.

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