जयपुर. प्रदेश में 1 जून से शुरू हो रही उपज रहन ऋण योजना संकट के इस काल में किसानों के कल्याण के लिए मील का पत्थर साबित होगी. यह कहना है सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना का. अंजना के अनुसार सोमवार से सभी जिलों में ग्राम सेवा सहकारी समितियां किसानों को ऋण का वितरण कर उपज रहन ऋण योजना का शुभारंभ करेंगी.
आंजना ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौर में किसानों को कम दामों पर फसल नहीं बेचनी पड़े, इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 3 प्रतिशत ब्याज दर पर उपज रहन ऋण देने का फैसला किया है. आंजना ने बताया कि इस योजना को अमलीजामा पहनाते हुए अकेले जून माह में ही 25 हजार किसानों को योजना के तहत लाभ प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.
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सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के अनुसार लघु और सीमांत किसानों को डेढ़ लाख रुपये और बड़े किसानों को 3 लाख ग्रहण ऋण के रूप में देने के लिए योजना जारी की गई है. इसमें किसानों को उसकी उपज का 70 प्रतिशत ऋण मिल सकेगा. वहीं किसान बाजार में अच्छे भाव आने पर अपनी फसल को बेच सकता है. ये योजना किसान की तत्कालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूर्ति करने के लिए और कम दामों में फसल बेचने की मजबूरी में मददगार साबित होगी.