जयपुर. शहर में शनिवार को एसीबी टीम द्वारा एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. एसीबी ने राजस्थान पुलिस आवास निर्माण निगम लिमिटेड के एक एक्सईएन और संविदा पर लगे हुए एईएन को 1 लाख 26 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. एसीबी टीम द्वारा झोटवाड़ा इलाके में ट्रैप की इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
एसीबी द्वारा संविदा पर लगे हुए एईएन से 84 हजार रुपए और एक्सईएन से 42 हजार रुपए बरामद किए गए हैं. साथ ही रिश्वतखोरी के इस पूरे प्रकरण में एकाउंट्स विभाग के कुछ लोगों की मिलीभगत भी उजागर हुई है. एसीबी की एडिशनल एसपी चंचल मिश्रा ने बताया कि परिवादी ने 12 सितंबर को एसीबी मुख्यालय में यह शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसे भरतपुर स्थित आरएसी की सातवीं बटालियन के लिए 35 क्वार्टर के निर्माण का टेंडर मिला है.
टेंडर के बिलों के भुगतान के लिए पुलिस मुख्यालय में राजस्थान पुलिस आवास निर्माण निगम लिमिटेड के एईएन गिरिराज सिंह चाहर और एक्सईएन अशोक कुमार वर्मा द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है. जिसमें एईएन द्वारा बिलों का भुगतान करने की एवज में बिल राशि का 2 प्रतिशत स्वयं के लिए और 1 प्रतिशत एक्सईएन अशोक कुमार वर्मा के लिए रिश्वत मांगी गई.
एसीबी द्वारा प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई और सत्यापन के दौरान आरोपियों द्वारा 68 हजार रुपए की राशि बतौर रिश्वत ली गई. वहीं नए बिलों की राशि का भुगतान करने के लिए शनिवार को आरोपियों ने 1 लाख 26 हजार रुपए की मांग की. जिस पर एसीबी टीम द्वारा रिश्वत राशि लेते हुए दोनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. इस पूरे प्रकरण में कुछ अन्य लोगों की मिलीभगत भी सामने आई है. जिनपर शिकंजा कसने का प्रयास एसीबी द्वारा किया जा रहा है.