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एक बारिश ने स्मार्ट सिटी जयपुर के उड़ाए परखच्चे, परकोटा क्षेत्र में भारी जल जमाव

जयपुर के परकोटा क्षेत्र में बारिश के बाद जल जमाव की स्थिति ने प्रशासन के तमाम दावों की पोल खोल दी है. हेरिटेज सिटी और स्मार्ट सिटी के लेकर होने वाले विकास पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

परकोटा क्षेत्र में जल जमाव
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Published : Jul 26, 2019, 5:20 PM IST

जयपुर. परकोटा क्षेत्र को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल करने के बाद यहां की साज संभाल के तमाम दावे किए गए थे. वहीं मानसून की बारिश ने इन दावों की हवा निकाल दी. बारिश में शहर का परकोटा क्षेत्र जल मग्न हो गया. यहां तक कि नालों और सीवरेज का पानी भी सड़कों पर बहने लगा.

जयपुर के परकोटा क्षेत्र में जल जमाव

दरअसल शहर के परकोटा क्षेत्र को हाल ही में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है. वहीं इन दिनों यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम भी चल रहा है. लेकिन मानसून की बारिश में बिगड़े परकोटे के हालातों ने हेरिटेज सिटी और स्मार्ट सिटी के नाम पर बट्टा लगा दिया है. वहीं शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार भी आज परेशानी का सबब बनी। जहां एक तरफ रास्ते जलमग्न हो गए. वहीं स्मार्ट सिटी के काम के चलते चांदपोल बाजार भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहा. यातायात व्यवस्था को वन वे किया गया है और दूसरी तरफ सड़क निर्माण का काम चल रहा है. ऐसे में निर्माणाधीन रास्ता पानी में डूब गया. वहीं दूसरी तरफ वाहनों की कतार लग गई.

यह भी पढ़ें: SMS अस्पताल है या जल-महल...मरीजों को बस नाव चलानी ही बाकि रह गई...देखें वीडियो

वहीं शहर वासियों ने इस पर सवाल खड़े किए साथ ही कहां कि प्रशासन का हेरिटेज सिटी पर ना तो ध्यान है और ना ही योगदान. यही नहीं परकोटे क्षेत्र के निवासी जलभराव और घरों और दुकानों में पानी भरने से भी परेशान दिखे. शहरवासियों ने प्रशासन पर महज खानापूर्ति निभाने का आरोप लगाया है. हालांकि परकोटा क्षेत्र में जगह-जगह मिली शिकायतों का निपटारा करने के लिए प्रशासन जरूर संजीदा नजर आया.

जयपुर. परकोटा क्षेत्र को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल करने के बाद यहां की साज संभाल के तमाम दावे किए गए थे. वहीं मानसून की बारिश ने इन दावों की हवा निकाल दी. बारिश में शहर का परकोटा क्षेत्र जल मग्न हो गया. यहां तक कि नालों और सीवरेज का पानी भी सड़कों पर बहने लगा.

जयपुर के परकोटा क्षेत्र में जल जमाव

दरअसल शहर के परकोटा क्षेत्र को हाल ही में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है. वहीं इन दिनों यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम भी चल रहा है. लेकिन मानसून की बारिश में बिगड़े परकोटे के हालातों ने हेरिटेज सिटी और स्मार्ट सिटी के नाम पर बट्टा लगा दिया है. वहीं शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार भी आज परेशानी का सबब बनी। जहां एक तरफ रास्ते जलमग्न हो गए. वहीं स्मार्ट सिटी के काम के चलते चांदपोल बाजार भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहा. यातायात व्यवस्था को वन वे किया गया है और दूसरी तरफ सड़क निर्माण का काम चल रहा है. ऐसे में निर्माणाधीन रास्ता पानी में डूब गया. वहीं दूसरी तरफ वाहनों की कतार लग गई.

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वहीं शहर वासियों ने इस पर सवाल खड़े किए साथ ही कहां कि प्रशासन का हेरिटेज सिटी पर ना तो ध्यान है और ना ही योगदान. यही नहीं परकोटे क्षेत्र के निवासी जलभराव और घरों और दुकानों में पानी भरने से भी परेशान दिखे. शहरवासियों ने प्रशासन पर महज खानापूर्ति निभाने का आरोप लगाया है. हालांकि परकोटा क्षेत्र में जगह-जगह मिली शिकायतों का निपटारा करने के लिए प्रशासन जरूर संजीदा नजर आया.

Intro:जयपुर - शहर के परकोटा क्षेत्र को हाल ही में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया। वहीं इन दिनों यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम भी चल रहा है। लेकिन मानसून की इस बारिश में बिगड़े परकोटे के हालातों ने हेरिटेज सिटी और स्मार्ट सिटी के नाम पर बट्टा लगा दिया। और खड़े कर दिए कई सवाल।


Body:शहर के परकोटा क्षेत्र को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल करने के बाद यहां की साज संभाल के तमाम दावे किए गए थे। लेकिन मानसून की बारिश ने इन दावों की हवा निकाल दी। बारिश में शहर का पूरा परकोटा क्षेत्र जल मग्न हो गया। यहां तक कि नालों और सीवरेज का पानी भी सड़कों पर बहने लगा। उधर, शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार भी आज परेशानी का सबब बनी। जहां एक तरफ रास्ते जलमग्न हो गए। वहीं स्मार्ट सिटी के काम के चलते चांदपोल बाजार भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहा। यातायात व्यवस्था को वन वे किया हुआ है, और दूसरी तरफ सड़क निर्माण का काम चल रहा है। ऐसे में निर्माणाधीन रास्ता पानी में डूब गया। वहीं दूसरी तरफ वाहनों की कतार लग गई। उधर शहर वासियों ने इस पर सवाल खड़े किए साथ ही कहां कि प्रशासन का हेरिटेज सिटी पर ना तो ध्यान है और ना ही योगदान। यही नहीं परकोटे क्षेत्र के निवासी जलभराव और घरों और दुकानों में पानी भरने से भी परेशान दिखे।
वॉक थ्रू - अंकुर जाकड़


Conclusion:इस दौरान शहरवासियों ने प्रशासन पर महज खानापूर्ति निभाने का आरोप लगाया। हालांकि परकोटा क्षेत्र में जगह-जगह मिली शिकायतों का निपटारा करने के लिए प्रशासन जरूर संजीदा नजर आया।
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