जयपुर. राजधानी की प्रतापनगर थाना पुलिस ने क्षेत्र में बढ़ती वाहन चोरी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए अनूठा तरीका निकाला. पुलिस ने स्पेशल टीम गठित की और ऐसे एरिया में उस टीम को तैनात किया जहां चोरी की वारदातें ज्यादा होती हैं.
टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को सादा वस्त्रों में तैनात किया गया. स्पेशल टीम को इस मामले में एक बड़ी सफलता हाथ लगी. टीम ने अपार्टमेंट, मैरिज गार्डन और अस्पताल की पार्किंग से वाहन चुराने वाली एक गैंग का पर्दाफाश किया है. इसके साथ ही टीम ने 4 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. दो बाल अपचारियों को निरुद्ध भी किया गया है.
पुलिस ने आरोपियों की के कब्जे से चुराए गए 19 दुपहिया वाहन बरामद किए हैं. ये वाहन राजधानी जयपुर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गैंग के सदस्यों ने चुराए थे. पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए सतलुज-रवि अपार्टमेंट के पास चोरी के वाहन के साथ गैंग के सदस्य राहुल चौधरी और मनोज उर्फ मोहम्मद अली को गिरफ्तार किया.
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इसी प्रकार से टीम ने अक्षय पात्र चौराहे के पास से गैंग के सदस्य विक्रम मीणा और गुलाब बंजारा को चोरी के वाहन के साथ गिरफ्तार किया. वहीं गैंग में शामिल दो बाल अपचारियों को टीम ने द्वारकापुरी चौराहे के पास से चोरी के वाहन के साथ निरुद्ध किया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने यह बात कबूली कि गुलाब बंजारा और राहुल चौधरी अनाथालय में काम करने वाले मोहम्मद अली के साथ मिलकर अनाथालय के नाबालिग किशोरों को रेकी के लिए भेजते थे.
ये किशोर विभिन्न अपार्टमेंट और गार्डन की पार्किंग में खड़े दुपहिया वाहनों की निगरानी करते थे. इसके बाद गैंग में शामिल विक्रम मीणा मास्टर चाबी से वाहनों के लॉक तोड़कर उन्हें चुराकर सुनसान स्थानों पर ले जाकर खड़ा कर देता था. इसके बाद चुराए गए वाहनों के पार्ट्स खोलकर अलग-अलग कबाड़ियों को बेच दिया जाता था.
इससे जो राशि प्राप्त होती, उसे गैंग के सभी सदस्य मिलकर शराब पीने और मौज मस्ती करने में उड़ा देते थे. फिलहाल गिरफ्त में आए आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. गैंग से अनेक वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.