जयपुर. धरने पर बैठे किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस हिरासत में लेने को लेकर वसुंधरा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री राजे मीणा के समर्थन में उतर आई हैं. राजे ने इसे कांग्रेस सरकार की तानाशाही करार देते हुए कहा कि यदि पुलिस ऐसी सख्ती अपराधियों को पकड़ने में करती तो राजस्थान महिला अत्याचारों में (Women Atrocity in Rajasthan) देश में नंबर वन नहीं होता.
किरोड़ी लाल मीणा की गिरफ्तारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने एक बयान जारी करके यह बात कही. राजे ने कहा कि जनहित के काम से सरकार के मंत्री से मिलने जा रहे सांसद किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस द्वारा सिविल लाइंस में गिरफ्तार किया जाना (Raje Target Rajasthan Congress Government) कांग्रेस सरकार की तानाशाही है.
दरअसल, भाजपा राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार सुबह सिविल लाइंस क्षेत्र जा पहुंचे. मीणा के अनुसार उनका मकसद यहां बने मंत्री अशोक चांदना के घर जाकर जन समस्याओं के लिए उनसे मुलाकात करना था, लेकिन मुख्यमंत्री निवास के बाहर जैसे ही मीणा गुजरे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहीं रोक दिया. कुछ देर मीणा यहां धरने पर बैठे तो पुलिसकर्मी उन्हें विद्याधर नगर थाने ले गए.
हालांकि, पुलिस ने उन्हें 129 सीआरपीसी के तहत गिरफ्तार किया और कुछ ही देर बाद छोड़ भी दिया. किरोड़ी लाल मीणा की छवि (Kirodi Lal Protest in Jaipur) अपने आंदोलन और इसे करने के तरीके के कारण कुछ ऐसी है कि मुख्यमंत्री निवास के आसपास तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें देखते ही रोक लिया, क्योंकि इससे पहले कई बार सुरक्षा में सेंध डालकर किरोड़ी लाल मीणा मुख्यमंत्री आवास के आसपास धरना-प्रदर्शन करने पहुंच चुके हैं.
यही कारण है कि आज जब मंत्री अशोक चांदना से मिलने जा रहे थे तो इसी शक में पुलिस ने उन्हें रोक कर विद्याधर नगर थाने ले गई. इस मामले में किरोड़ी मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अपनी नाकामी छुपाने चाहते हो या देश में कांग्रेस की हार से बौखला गए हो. मीणा ने कहा कि यह गिरफ्तारी मुझे जनता की आवाज उठाने से नहीं रोक सकती. आप तानाशाही के हदें पार कर चुके हो. आपकी सरकार का अंत होना निश्चित है. मीणा ने कहा कि याद रखिएगा, हम जनता के लिए लड़ेंगे और जीतेंगे भी.