जयपुर. महुआ में पुजारी की मौत के मामले में चल रही सियासत के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे का भी बयान सामने आया है. वसुंधरा राजे ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य में यदि सरकार होती तो डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को न्याय के लिए पुजारी का शव जयपुर नहीं लाना पड़ता.
वसुंधरा राजे ने दौसा के टिकरी गांव में जमीन हड़पने के कारण सदमे से जान गंवाने वाले पुजारी शंभू शर्मा की मौत के मामले में राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई संस्था नजर ही नहीं आती है. यदि आती तो न्याय के लिए शव को जयपुर नहीं लाना पड़ता.
राजे ने कहा कि यह एक प्रकरण नहीं बल्कि प्रदेश में ऐसी घटनाएं होती रहती है, लेकिन सरकार है कि हाथ पर हाथ धरे बैठी है. इनको रोकने के लिए कोई उपाय ही नहीं करती. राजे ने कहा कि मंदिर के मूक बधिर गरीब पुजारी की सदमे से हुई मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया, लेकिन मानवीय संवेदनाओं से जुड़े इस मसले पर सरकार ने जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई है. जबकि यह एक ऐसा जघन्य अपराध है जिसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए वह कम है. उन्होंने कहा कि सरकार की खामोशी की वजह से राजस्थान जैसा शांत प्रदेश अपराधों का गढ़ बन गया है.