जयपुर. केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राजस्थान सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कालाबाजारी और वैक्सीन की बर्बादी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी की ओर से जनभावना व मानवता को तार-तार करने की बात कही है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में टीकाकरण अभियान जोर-शोर से जारी है. एक तरफ जहां मोदी सरकार के सार्थक प्रयासों से देश भर में 22.10 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है, तो वहीं कांग्रेस शासित राज्यों की ओर से कोरोना वैक्सीन की कालाबाजारी और वैक्सीन की बर्बाद कर टीकाकरण अभियान को धीमा करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है.
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी वैक्सीन की कमी को लेकर रोज घड़ियाली आंसू बहाते हैं और केंद्र सरकार को नसीहत देते हैं. उधर, कांग्रेस शासित राज्य सरकारें अपनी कमियों और कुप्रबंधन पर पर्दा डालने के लिए जनता को गुमराह और केन्द्र सरकार को बदनाम करने का दुर्भाग्यपूर्ण कार्य कर रही है.
गहलोत सरकार पंजाब से दो कदम आगे निकल गई
ठाकुर ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार पंजाब से दो कदम आगे निकल गई. राजस्थान में पहले 11.50 लाख से भी अधिक वैक्सीन की डोज बर्बाद की गई. अब राज्य के दस जिलों के 35 वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की हजारों डोज कचरे के डिब्बे में मिली है. और तो और राजस्थान में टीकों के गाड़ने व जलाए जाने की भी खबरें सामने आ रही है.
कांग्रेस ने ये कचरों के डब्बे में वैक्सीन नहीं जनता का विश्वास, जरूरतमंदों की आस और बीमारों की उखड़ती सांस को फेंका है. आश्चर्यजनक है कि ज्यादातर वायल 20 से 75 प्रतिशत तक भरे हुए थे. मुख्यमंत्री गहलोत ने राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर वैक्सीन के खिलाफ गलत सूचना अभियान चलाया जिसका दुष्परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है. ये सरसार विश्वासघात है और जनता माफ नहीं करेगी.
कांग्रेस ही नहीं बल्कि बाकी के विपक्षी दल भी इस खेल में शामिल
ठाकुर ने कहा कि वैक्सीन की बर्बादी में और इस राजनीति में सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि बाकी के विपक्षी दल भी इस खेल में शामिल हैं. केजरीवाल, ममता बनर्जी, पिनाराई विजयन, भूपेश बघेल से लेकर हेमंत सोरेन सब ने अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए पहले तो अपने प्रदेशों में राज्य के खर्चे से फ्री वैक्सीन देने के लोकलुभावन वादे कर लिए मगर जब इसे लागू करने की बारी आई तो चुपके से गेंद केंद्र के पाले में डाल दी.
इनकी निर्लज्जता, स्वार्थ और महत्वाकांक्षा का खामियाजा भोली-भाली जनता को उठाना पड़ रहा है. मगर मोदी सरकार और भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता आपदा की घड़ी में 135 करोड़ हिंदुस्तानियों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है. केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 24 करोड़ वैक्सीन (24,17,11,750) से अधिक खुराक नि:शुल्क वर्ग में और राज्यों की ओर से सीधी खरीद के जरिए मुहैया कराई है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अब भी दो करोड़ से अधिक (2,20,62,470) कोविड वैक्सीन की खुराकें मौजूद हैं, जिन्हें अभी लगाया जाना बाकी है.