ETV Bharat / city

कृषि कार्यों की समीक्षा बैठक में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने PM मोदी से की ये मांग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक की. इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि टिड्डी दल खेती-किसानी के लिए किसी अकाल या आपदा से कम नहीं है. ऐसे में उन्होंने पीएम मोदी से टिड्डी दल से निपटने को लेकर संबंधित राज्य सरकारों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की है.

Agricultural Works, Review Meeting, Kailash Chaudhary,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजस्थान न्यूज
कृषि कार्यों को लेकर हुई समीक्षा बैठक
author img

By

Published : Jul 5, 2020, 4:34 AM IST

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक की. इस बैठक में कृषि क्षेत्र में आ रही किसानों की समस्याओं के निवारण के लिए संशोधित एपीएमसी विधेयक-2020 सहित विभिन्न नीतिगत पहलुओं पर चर्चा की गई. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और कई अधिकारी शामिल हुए.

बैठक के दौरान केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना और टिड्डी संकट से निपटने को लेकर कृषि मंत्रालय की ओर से उठाए गए त्वरित और प्रभावकारी कदमों के बारे में जानकारी दी. साथ ही 10 हजार नए एफपीओ के गठन और उससे किसानों के जुड़ाव और फायदों के बारे में भी बताया.

पढ़ें: राजस्थान ब्यूरोक्रेसी पर सर्जरी जारी, 2 IAS और 9 RPS के तबादले

इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टिड्डी दल से निपटने को लेकर संबंधित राज्य सरकारों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की. उन्होंने पीएम मोदी को लॉकडाउन की समयावधि के दौरान कृषि उत्पादों के आवागमन को लेकर दी गई छूट के बारे में भी बताया.

कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि टिड्डी दल खेती-किसानी के लिए किसी अकाल या आपदा से कम नहीं है. ऐसे समय में केंद्र सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य सरकार की ढिलाई से भी परिणाम प्रभावित होता है. राज्य सरकारों की जिम्मेदारी और कार्ययोजना भी तय होनी चाहिए.

पढ़ें: जयपुर के चिकित्सकों ने होम्योपैथी की 3 दवाओं से किया कोरोना के इलाज का दावा

इसके अलावा बैठक में पीएम मोदी ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र की वित्तीय स्थिरता में सुधार करते के लिए परंपरागत एवं जैविक खेती को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय मंत्रालय को ये सुनिश्चित करने की सलाह दी कि आईसीएआर और कृषि विज्ञान केंद्र अपने प्रदर्शन और मापदंडों को समय-समय पर प्रकाशित करें. प्रधानमंत्री ने 10 हजार नए एफपीओ में छोटे किसानों को जोड़ने कीे योजना में तेजी लाने की इच्छा जताई और स्थानीय कच्चे माल का उपयोग करते हुए लोगों की स्थानीय आवश्यकताओं की आपूर्ति पर भी जोर दिया.

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक की. इस बैठक में कृषि क्षेत्र में आ रही किसानों की समस्याओं के निवारण के लिए संशोधित एपीएमसी विधेयक-2020 सहित विभिन्न नीतिगत पहलुओं पर चर्चा की गई. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और कई अधिकारी शामिल हुए.

बैठक के दौरान केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना और टिड्डी संकट से निपटने को लेकर कृषि मंत्रालय की ओर से उठाए गए त्वरित और प्रभावकारी कदमों के बारे में जानकारी दी. साथ ही 10 हजार नए एफपीओ के गठन और उससे किसानों के जुड़ाव और फायदों के बारे में भी बताया.

पढ़ें: राजस्थान ब्यूरोक्रेसी पर सर्जरी जारी, 2 IAS और 9 RPS के तबादले

इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टिड्डी दल से निपटने को लेकर संबंधित राज्य सरकारों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की. उन्होंने पीएम मोदी को लॉकडाउन की समयावधि के दौरान कृषि उत्पादों के आवागमन को लेकर दी गई छूट के बारे में भी बताया.

कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि टिड्डी दल खेती-किसानी के लिए किसी अकाल या आपदा से कम नहीं है. ऐसे समय में केंद्र सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य सरकार की ढिलाई से भी परिणाम प्रभावित होता है. राज्य सरकारों की जिम्मेदारी और कार्ययोजना भी तय होनी चाहिए.

पढ़ें: जयपुर के चिकित्सकों ने होम्योपैथी की 3 दवाओं से किया कोरोना के इलाज का दावा

इसके अलावा बैठक में पीएम मोदी ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र की वित्तीय स्थिरता में सुधार करते के लिए परंपरागत एवं जैविक खेती को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय मंत्रालय को ये सुनिश्चित करने की सलाह दी कि आईसीएआर और कृषि विज्ञान केंद्र अपने प्रदर्शन और मापदंडों को समय-समय पर प्रकाशित करें. प्रधानमंत्री ने 10 हजार नए एफपीओ में छोटे किसानों को जोड़ने कीे योजना में तेजी लाने की इच्छा जताई और स्थानीय कच्चे माल का उपयोग करते हुए लोगों की स्थानीय आवश्यकताओं की आपूर्ति पर भी जोर दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.