जोधपुर: संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा का कोई फोन टैप नहीं हुआ है. इसको लेकर सरकार ने अधिकृत बयान भी जारी किया है, लेकिन इसके बावजूद विधानभा में विपक्ष ने इस मामले में मुद्दा बनाने की कोशिश की, जिस पर उनको मुंह की खानी पड़ी. कांग्रेस जिस मुद्दे पर हमें घंरने आई थी, उस पर खुद ही घिर गई. उनकी आपसी लड़ाई में सदन के इतिहास में पहली बार नेता प्रतिपक्ष का भाषण नहीं हो पाया.
जोधपुर सर्किट हाउस में सोमवार को मीडिया से अनौपचारिक बात करते हुए पटेल ने कहा कि फोन टैपिंग का काम गत सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करवाया था. उनके ओएसडी ने सरकारी गवाह बनकर यह बात स्वीकार की है. इस मामले में अब अशोक गहलोत मुल्जिम हैं. उनके खिलाफ कोर्ट में मामला है. संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा हमारे वरिष्ठ साथी हैं. उनका नाराज होना नहीं होना, हमारा अंदरूनी मामला है. इस मामले पर सरकार ने अधिकृत बयान जारी कर दिया है.
कांग्रेस को हमारे ऊपर आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है, जबकी खुद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फोन टैपिंग मामले में आरोपी हैं. उन्होंने होटलों में रुक कर फोन टैप करवाए थे. किरोड़ी लाल मीणा का किसी तरह का फोन टैपिंग नहीं हुआ है. यह पूर्ण रूप से बनावटी और झूठी कहानी है. गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने ही सरकार पर जासूसी का आरोप लगाया था. उन्होंने जयपुर के एक सभा को सम्बोधित करते हुए अपनी ही सरकार पर जमकर निशाना साधा था, जिसको लेकर कांग्रेस ने विधानसभा में हंगामा किया था.
बिना नोटिस के मामला उठाया, सीएम ने धो दिया : पटेल ने कहा कि फोन टैपिंग का मामला विपक्ष ने बिना नोटिस के विधानसभा में हंगामा किया था. हंगामा रोकने के लिए स्पीकर ने भी पहल की थी. हमारे मुख्य सचेतक ने ना पक्ष लॉबी में जाकर बात की, लेकिन कांग्रेस के सदस्य विधानसभा में हंगामा पर अड़े रहे. वो चाहते तो जनता के मुद्दों पर बात होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हंगामे के बीच हमारे सीएम ने कांग्रेस को सदन में बुरी तरह से धो दिया. उन्होंने जमकर उनकी बखिया उधेड़ी. पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने सदन में हंगामा नेता प्रतिपक्ष का भाषण नहीं करने के लिए किया था.