जयपुर. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले बेरोजगार युवा अपनी मांगों को लेकर पिछले 18 दिनों से शहीद स्मारक पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इनकी सुनवाई नहीं कर रही. दूसरी तरफ बेरोजगार युवाओं ने यूपी में प्रियंका गांधी की रैली में जाकर कांग्रेस का विरोध करने के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. शहीद स्मारक पर आंदोलन कर रहे युवाओं में पांच डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं. इसे लेकर युवा आक्रोशित हैं.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में बेरोजगारों ने 15 अक्टूबर से अलग-अलग मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया था. 21 सूत्रीय मांगों में से कुछ सरकार ने मान ली है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगे बाकी हैं, जिसे लेकर यादव युवाओं के साथ शहीद स्मारक पर महापड़ाव डाले हुए हैं.
यादव ने रविवार को कहा कि हमारे पांच साथियों को डेंगू हो चुका है. इसके बावजूद भी सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि हमने दीवाली के बाद यूपी में प्रियंका गांधी की रैली में शामिल होने का ऐलान किया था और उसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं.
यादव ने कहा कि हमने हमारे साथियों को जिम्मेदारियां दे दी हैं. साथ ही बसों के ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि यहां अलग-अलग भर्ती को लेकर बेरोजगार युवा बैठे हुए हैं. सरकार केवल आश्वासन देने का काम कर रही है और हम परिणाम के लिए आंदोलन कर रहे हैं. 23 फरवरी को सरकार के साथ लिखित समझौता हुआ था. उसको भी आज तक लागू नहीं किया गया. विशेष शिक्षकों के भी 5000 पद सृजित करने की मांग की जा रही है. साथ ही रीट पेपर लीक प्रकरण के आरोपी भजनलाल को भी अब तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है. रीट पेपर लीक प्रकरण का पूरा खुलासा होना चाहिए ताकि सच बेरोजगार युवाओं के सामने आ सके.
यादव ने कहा कि कल मुख्य सचेतक महेश जोशी के घर पर आमरण अनशन शुरू करने की तैयारी की थी, लेकिन पुलिस ने मुझे हिरासत में ले लिया. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी नहीं होने से प्रदेश का बेरोजगार युवा पूरी तरह से आक्रोशित है और आने वाले समय में कांग्रेस को इसका गंभीर परिणाम भी भुगतना होगा.