जयपुर. काली दिवाली के बाद शनिवार को बेरोजगारों (Rajasthan Berojgar) ने शहीद स्मारक की पर भाईदूज पर्व मनाया. इस दौरान उपेन यादव (Upen Yadav) ने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो यूपी में राहुल (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की रैलियों में विरोध जताएंगे.
अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर बेरोजगार 24 दिनों से धरने पर बैठे हैं. बेरोजगार एकीकृत महासंघ से जुड़े युवाओं ने पहले दशहरा, फिर दिवाली और आज भाई दूज का पर्व भी शहीद स्मारक पर ही मनाया. इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाती है तो उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सभाओं में विरोध प्रदर्शन करने के लिए 11 नवंबर को महासंघ से जुड़े 50 लोग उत्तर प्रदेश पहुंच जाएंगे. वे 24 नवंबर से हजारों की तादाद में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की रैलियों में प्रोजेक्टर के जरिए, अब तक उनके कांग्रेस सरकार और कांग्रेस नेताओं के साथ हुए समझौतों की फिल्म इन नेताओं की रैली में ही दिखाएंगे.
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उपेन यादव ने कहा कि अभी राजस्थान सरकार के पास समय है कि वह उनकी मांगों को मान ले नहीं तो उत्तर प्रदेश में होने वाले बेरोजगारों के महापड़ाव के लिए राजस्थान सरकार जिम्मेदार होगी. उसके बावजूद भी अगर मांगें नहीं मानी गई तो दिसंबर महीने में बेरोजगार हर जिले और उपखंड पर 'युवा विरोधी कांग्रेस सरकार' अभियान चलाएंगे. वहीं आज इस अभियान के साथ बेरोजगारों को भाजपा का भी समर्थन मिला है.
अब हम गोली खाने को भी तैयार
उन्होंने कहा कि जब तक यूपी में चुनाव नहीं हो जाते, तब तक हमारी टीम वही काम करेगी. उन्होंने कहा अब हमारा आंदोलन उग्र होता जा रहा है. इसके गंभीर परिणाम कांग्रेस को भुगतने होंगे. पिछली बार जब हम उत्तर प्रदेश गए थे तो लाठीचार्ज हुआ था और हमारे सिर फूटे थे. अब की बार हम गोली खाने के लिए भी तैयार हैं. जब तक चुनाव नहीं होंगे तब तक हम वहां कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेंगे. जहां-जहां प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की रैली होगी हम लोग वहां विरोध करेंगे.
रामलाल शर्मा ने सरकार से की ये मांग
भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने कहा कि बेरोजगार संघ कई महीनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है. सरकार के 2 कैबिनेट मंत्री उनके साथ लिखित समझौता भी कर चुके हैं. मुख्य सचेतक ने रात को 12 बजे जाकर उनका अनशन भी यह कहते हुए तुड़वाया कि उनकी मांगों का गंभीरता से परीक्षण करवा उनका समाधान निकाला जाएगा. लेकिन आज भी बेरोजगारों को दशहरा, दिवाली और भाई दूज जैसे पर्व शहीद स्मारक पर आंदोलन करते हुए मनाने पड़ रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग की कि वह जल्द से जल्द बेरोजगारों की मांग को गंभीरता से लें और उन्हें पूरी करें.
क्या हैं मांगें
रीट भर्ती 2021 की पेपर लीक (REET paper leak), खुले हुए पेपर और देरी से विभिन्न परीक्षा केंद्र पर पेपर पहुंचने सहित कई अनियमितताओं को लेकर बेराजगार महासंघ ने 30 सितंबर से महापड़ाव शुरू किया. इससे पहले एसआई भर्ती में भी तमाम गड़बड़ियां सामने आई हैं.
उपेन यादव ने मांग कि पेपर लीक और नकल की घटनाओं में शामिल कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाए और ऐसे संस्थानों की मान्यता रद्द की जाए. इसके साथ ही उन्होंने ऐसी घटनाओं पर सख्ती करने के लिए कड़े कानून बनाने और दोषियों की संपत्ति जब्त करने की भी मांग उठाई.
उपेन यादव ने कहा कि रीट में फर्जीवाड़े के खिलाफ आवाज उठाने वाले 6 बेरोजगार अभ्यर्थियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. हमारी मांग है कि इन बेरोजगारों को तुरंत रिहा किया जाए और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं.
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उपेन यादव आमरण अनशन पर भी बैठे
उपेन यादव अपनी मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर आमरण अनशन पर बैठ गए. जिससे उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. उपेन यादव और पांच बेरोजगारों से सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने मुलाकात की और उनका अनशन खत्म करवाया. वहीं बेरोजगार महासंघ की सरकार से तीसरी वार्ता भी विफल रही है.
ट्रेंड में रहा 'मैं भी उपेन यादव' अभियान
बेरोजगार युवाओं के लिए लड़ाई लड़ रहे राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव की तबीयत खराब होने के बाद उनके समर्थकों ने ट्विटर पर एक अभियान भी चलाया. जिसमें 'मैं भी उपेन यादव' के नाम से चल रहा यह अभियान राजस्थान में पहले नंबर के ट्रेंड पर रहा.