जयपुर. राज्य सरकार द्वारा एपिडेमिक ऑर्डिनेंस (Epidemic ordinance) (महामारी अध्यादेश) पारित करने के बाद राजस्थान पुलिस 14 मई से इस एक्ट के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दे रही है. पूरे प्रदेश में एपिडेमिक एक्ट के तहत सार्वजनिक स्थान पर मास्क नहीं लगाने वाले, थूकने वाले, शराब का सेवन करने वाले, सोशल डिस्टेंसिंग की पालन ना करने वाले और बिना मास्क लगाए लोगों को सामान बेचने वाले लोगों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. इसके साथ ही लोगों का चालान काटकर उनसे जुर्माना राशि भी वसूली जा रही है. जो लोग जुर्माना राशि भरने से इनकार कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है.
डीजी क्राइम बीएल सोनी ने Etv Bharat से खास बातचीत के दौरान बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा एपिडेमिक ऑर्डिनेंस पारित करने के बाद पूरे प्रदेश में राजस्थान पुलिस द्वारा एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत 14 मई से लेकर 10 जून तक कुल 76 हजार 600 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इस दौरान मास्क नहीं लगाने, सार्वजनिक स्थान पर थूकने, शराब और मादक पदार्थों का सेवन करने और बिना मास्क लगाए लोगों को सामान बेचने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनसे कुल 1 करोड़ 43 लाख रुपए का राजस्व बटोरा गया है. इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय से तमाम रेंज आईजी और जिला एसपी को एपिडेमिक ऑर्डिनेंस की सख्ती से पालन कराने और नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूलने के आदेश दिए गए हैं.
लॉकडाउन के दौरान की गई कार्रवाई
लॉकडाउन अवधि के दौरान अब तक राजस्थान पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 7 करोड़ 93 लाख रुपए का राजस्व बटोरा गया है. पुलिस की यह कार्रवाई पूरे प्रदेश में निरंतर जारी है. डीजी क्राइम बीएल सोनी का कहना है कि पूरे प्रदेश में पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई और सख्ती का असर देखने को मिल रहा है. साथ ही ऐसे लोग जो सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर अफवाह या फिर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली पोस्ट कर रहे हैं. उन पर भी पैनी नजर रखी जा रही है.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान एपिडेमिक अध्यादेश से अब तक करीब 70 हजार के चालान, 1 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना वसूल
वहीं सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत भी बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. जो लोग मास्क, सेनेटाइजर और अन्य एसेंशियल चीजों की कालाबाजारी कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. लॉकडाउन के साथ ही यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अब पुलिस सख्ती से पेश आ रही है, जिसके तहत राजस्थान पुलिस द्वारा अब तक 4 लाख 35 हजार चालान काटे गए हैं. वहीं 1 लाख 42 हजार वाहन पूरे प्रदेश भर में जब्त किए जा चुके हैं. राजस्थान पुलिस द्वारा अब यातायात नियमों की अवहेलना करने, ओवर स्पीडिंग करने और ट्रैफिक सिग्नल जंप करने आदि पर भी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है.
लॉकडाउन टेन्योर के दौरान राजस्थान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर एक नजर...
- लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर दर्ज की गई FIR- 3 हजार 420
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर दर्ज की गई FIR- 215
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर गिरफ्तार किए गए लोग- 298
- लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किए गए लोग- 6 हजार 940
- प्रीवेंटिव एक्शन (Preventive action) (निवारक कार्रवाई) के तहत गिरफ्तार किए गए लोग- 19 हजार
- मास्क, सेनेटाइजर और अन्य मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी करने पर EC Act में दर्ज मामले- 132
- मोटर व्हीकल एक्ट के तहत की गई कार्रवाई- 4 लाख 35 हजार
- जब्त किए गए वाहन- 1 लाख 42 हजार
- वसूला गया जुर्माना- 7 करोड़ 93 लाख रुपए