जयपुर. यूजीसी की गाइडलाइन पर राजस्थान विश्वविद्यालय के 2.10 लाख छात्रों की फाइनल ईयर की परीक्षा शुक्रवार से शुरू हुई. परीक्षा के लिए 180 केंद्र बनाए गए हैं. जहां तीन पारियों में परीक्षा होगी. हालांकि शुक्रवार को दो पारी में ही परीक्षा हुई. इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर छात्रों को संक्रमण से बचाना बड़ी चुनौती रहा. हालांकि यहां क्लास रूम और केंद्र को परीक्षा से पहले और बाद में पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया.
साथ ही छात्रों के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया. इसके अलावा परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्कैनर से तापमान भी मापा गया. वहीं मास्क को परीक्षार्थियों के लिए अनिवार्य किया गया. इस दौरान परीक्षार्थियों में भी एग्जाम को लेकर उत्साह दिखा. उन्होंने बताया कि परीक्षा का समय 2 घंटे किया गया है. वहीं पेपर में महज तीन प्रश्न ही करने थे. साथ ही सेक्शन की बाध्यता भी नहीं रखी गई. हालांकि पेपर पूर्व में छपे होने के चलते इसमें पुराने डायरेक्शन ही अंकित थे.
वहीं महारानी कॉलेज में परीक्षा केंद्र उप प्रमुख सरीना कालिया ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर सभी तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं. एक कक्षा में अधिकतम 15 छात्राओं को बैठाने की व्यवस्था की गई. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे. इसके अलावा परीक्षक को हैंड ग्लब्स और फेस शील्ड भी उपलब्ध कराई गई.
इससे पहले विश्वविद्यालय के छात्रावासों को भी खोला गया. हालांकि यहां उन्हीं विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया, जिनके एग्जाम 18 सितंबर से शुरू हो रहे हैं. वहीं निर्देश दिए गए हैं कि छात्रावासों में एग्जाम से 2 दिन पहले ही प्रवेश दिया जाएगा. हालांकि विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर 20 से 30 प्रतिशत स्टाफ कोरोना पॉजिटिव है, ऐसे में परीक्षक भी कम रहे.