जोधपुर: पश्चिमी राजस्थान में कांग्रेस में सबकुछ सही नहीं चल रहा है. विशेषत बाड़मेर में कांग्रेसियों में जमकर खींचतान नजर आ रही है. यह तब जगजाहिर हो गई, जब बायतू विधायक हरीश चौधरी ने गुरुवार को बाड़मेर में आयोजित एक बैठक में वहां मौजूद नेताओं को जमकर खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने बिना नाम लिए एक कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोर्ट से सर्टिफिकेट लाने से कोई साफ-सुथरा नहीं हो जाता है. पार्टी में लोगों को व्यक्तिगत निष्ठा छोड़नी होगी. इस बैठक में एआईसीसी के सचिव व राजस्थान के सहप्रभारी रित्विक मकवाना भी मौजूद थे.
हरीश चौधरी ने बगैर नाम लिए गत वर्ष वीडियो से सुर्खियों में बाड़मेर के एक कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि कोर्ट से सर्टिफिकेट ले आए, तो हम बिलकुल साफ सुथरे हैं, लेकिन ऐसा होता नहीं है. चौधरी ने हाल ही एक प्रिंसिपल और अध्यापिका के वायरल हुए वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि उसका तो कोई मुकदमा भी नहीं हुआ था. फिर भी दुनिया ने उनको सर्टिफिकेट दे दिया. चौधरी ने कहा कि मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं, जिसने हिम्मत दिखाते हुए उनको बर्खास्त कर दिया. हमें अपना चरित्र मजबूत रखना होगा.
गौरतलब है कि गत वर्ष बाड़मेर कांग्रेस के एक पूर्व विधायक की एक महिला के साथ सीडी वायरल हुई थी. जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था. जोधपुर में मुकदमा हुआ था, लेकिन बाद में जांच में महिला अपने बयानों से मुकर गई. कोर्ट से एफआईआर निरस्त हो गई. पूर्व विधायक की पूर्व सीएम अशोक गहलोत से नजदीकी को लेकर भी हरीश चौधरी ने निशाना साधा.
व्यक्तिगत निष्ठा के चलते कांग्रेस कमजोर: पूर्व मंत्री चौधरी ने कहा कि लंबे समय से चल रही व्यक्ति विशेष के समर्पण में राजनीति करना छोड़ना होगा. हमें जयपुर और दिल्ली में व्यक्गित निष्ठा निभाना छोड़ना होगा. इसकी वजह से ही बाड़मेर में कांग्रेस कमजोर है. हमें कांग्रेस के लिए काम करना होगा और कांग्रेस के लिए राजनीति करनी होगी. उन्होंने कहा कि पार्टी के व्हाट्सएप ग्रुप में हरीश चौधरी की बढ़ाई हो तो ठीक है, लेकिन सांसद उमेदाराम की हो, तो लोग उससे दूर हो जाते हैं. इससे हमारे युवा कार्यकर्ताओं को पर क्या असर होता होगा.
विधायक बनने के बाद भी पार्टी में निष्ठा नहीं: चौधरी ने कहा कि विधायक बनने के बाद भी जयपुर में व्यक्ति की निष्ठा करने लगते हैं. कांग्रेस के प्रति कोई निष्ठा व्यक्त नहीं करता. इतना ही नहीं वे अपने क्षेत्र में उसी व्यक्ति के प्रति निष्ठा रखते हैं, जिसका संबंध जयपुर में बैठे बड़े आदमी से होता हैं, उसकी गोद में बैठ जाते हैं. चौधरी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें कांग्रेस के लिए सोचना होगा.