जयपुर: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस सहित शहर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में शुक्रवार को सर्वर ठप हो गया. इससे चिकित्सा व्यवस्था ठप रही. चलते ओपीडी में बैठे अधिकांश डॉक्टरों की मौज हो गई. वे सर्वर के बहाने ओपीडी के समय में ही अपने चेंबर से गायब हो गए.
दरअसल, शुक्रवार सुबह से ही सवाई मानसिंह अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में सर्वर ठप हो गया था. इसके चलते ओपीडी और आईपीडी की सुविधा बाधित हो गई. ओपीडी में पर्चियां नहीं बन सकी. इस दौरान जांच के लिए काउंटर पर लंबी का कतारें लग गई. ना तो मरीजों का इलाज हो सका और ना ही उन्हें भर्ती किया जा सका.
प्रदेश के तमाम सरकारी अस्पतालों में आईएचएमएस सर्वर के जरिए ओपीडी रजिस्ट्रेशन समेत जांचों के बिल और भर्ती टिकट बनाया जाता है, लेकिन शुक्रवार सुबह 11:00 बजे अचानक सर्वर ने काम करना बंद कर दिया.
डॉक्टर्स चैंबर से गायब रहे : एसएमएस अस्पताल में सर्वर हो जाने के चलते ठप ओपीडी में बैठे चिकित्सकों की मौज हो गई, ओपीडी से कई चिकित्सक गायब हो गए. जबकि कई मरीज ऐसे थे, जो पर्ची लेकर भटक रहे थे. ऐसे ही एक मरीज से बात की गई तो उसने बताया कि उसने सुबह ही पर्ची कटवा ली थी, लेकिन डॉक्टर चेंबर में नहीं मिले.
दूसरे अस्पतालों में भी यही हाल: एसएमएस अस्पताल के अलावा जयपुरिया अस्पताल, जनाना अस्पताल और सांगानेरी गेट महिला अस्पताल आदि में मरीज परेशान होते हुए नजर आए. ऑनलाइन व्यवस्था होने के कारण अस्पताल प्रशासन की ओर से ऑफलाइन पर्ची बनाने की कोई व्यवस्था मौजूद नहीं थी.
जिम्मेदार छुट्टी पर: सवाईमान सिंह अस्पताल में जिम्मेदार अधिकारी छुट्टी पर चले गए. अस्पताल के अधीक्षक और अन्य प्रशासक छुट्टी पर थे. मरीजो की व्यथा सुनने वाला कोई मौजूद नहीं था. SMS अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉक्टर आर के जैन ने बताया कि सर्वर आगे से ही बंद था, लेकिन कुछ समय बाद उसे चालू कर दिया गया था.
व्यवस्था सुधारने के लिए दिल्ली दौरा: सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था सुधारने के लिए चिकित्सा शिक्षा सचिव अंबरीश कुमार दिल्ली एम्स के दौरे पर हैं. सरकारी अस्पतालों में एम्स जैसी बुनियादी सुविधाओं को किस तरह विकसित किया जाए. यह समझने के लिए विभाग की एक टीम दिल्ली पहुंची है.