बाड़मेर: भारत-पाक सीमा से सटे राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशाओं को दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए पहली बार आमंत्रित किया गया है. गांव से दिल्ली के लिए शुक्रवार को बाड़मेर व बालोतरा जिले से चार आशाएं अपने जीवनसाथी के साथ ट्रेन से रवाना हुईं. गांव से निकलकर पहली बार दिल्ली तक जाना और वहां गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह का विशेष आमंत्रण मिलना इन आशाओं के बड़े गर्व का क्षण है.
मुख्य चकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुराम विश्नोई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में श्रेष्ठ कार्य करने वाली आशा नई दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतन्त्र दिवस को विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लेंगी. आशा विभाग की अहम कड़ी हैं, जो विभाग की समस्त गतिविधियों को धरातल स्तर पर पहुंचाने का कार्य करती हैं.
जिला कार्यक्रम समन्वयक राकेश भाटी ने बताया कि राज्य स्तर से जारी निर्देशानुसार बाड़मेर व बालोतरा से चार श्रेष्ठ कार्य करने वाली आशाओं का चयन किया गया है, जो अपने जीवन साथी के साथ गणतंत्र दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लेंगी. भाटी ने बताया कि दिल्ली में दो दिवसीय कार्यक्रम कार्यक्रम रखा गया है. जिसमें बाड़मेर जिले से भगवती, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी केन्द्र मिठड़ी, सीएचसी बाखासर, खण्ड फागलिया एवं मुगी देवी, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी केन्द्र, सज्जन का तला, पीएचसी भंवार, खण्ड सेड़वा तथा बालोतरा जिले से रजिया आंगनबाड़ी केन्द्र सादुलानियो की ढाणी, पाटोदी व भगवती आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी केन्द्र अमरपूरा, जसोल का चयन किया गया है.
उन्होंने बताया कि जिले की आशा सहयोगिनियों को देश की राजधानी दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहली बार आमंत्रित किया गया है, जो इन सभी के लिए एक सम्मान की बात है. कार्यक्रम में भाग लेनी वाली आशाओं एवं उनके जीवनसाथियों का यात्रा के दौरान होने वाला व्यय चिकित्सा विभाग वहन करेगा.