जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में समितियों के इंतजार के बीच शनिवार को शांति धारीवाल के एक बयान से ये स्पष्ट हो गया कि भले ही ऊपरी तौर पर कांग्रेसी पार्षद एक होने का दम भर रहे हैं, लेकिन यहां पार्षदों में आपसी खींचतान चल रही है. नतीजन अभी समितियों के गठन में (Heritage Nagar Nigam committees appointment) और समय लगेगा.
शहर कांग्रेस में चल रही वर्चस्व की लड़ाई किसी से छिपी हुई नहीं है. जिसका सीधा असर हेरिटेज नगर निगम की सियासत पर भी पड़ रहा है. विधानसभा वार पार्षदों के गुट देखने को मिल रहे हैं. कोई महापौर की कार्यशैली से असंतुष्ट होकर नाराजगी जाहिर कर चुका है, तो कोई महापौर के पक्ष में नजर आ रहा है. हवामहल, आदर्श नगर, किशनपोल और सिविल लाइन विधानसभा के पार्षद मेयर का चेहरा बदलने से लेकर समितियों के गठन तक पर मंथन कर चुके हैं. ऐसे में तय है कि हेरिटेज नगर निगम के कांग्रेस बोर्ड में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. निर्दलीय पार्षद भी समितियों का गठन नहीं होने से नाराज हो समर्थन वापस लेने की चेतावनी दे चुके हैं.
इस बीच धारीवाल के बयान ने ये स्पष्ट कर दिया कि पार्षदों में अंदरूनी खींचतान चल रही है. हेरिटेज नगर निगम में समितियों को लेकर धारीवाल ने कहा कि अभी और इंतजार करना होगा. भले ही समितियां बनाने को लेकर गेंद राज्य सरकार के पाले में हैं, लेकिन धारीवाल से जब पूछा गया कि आखिर समितियों के गठन में क्या पेच फंसा हुआ है? तो उन्होंने इस सवाल का जवाब पार्षदों से लेने को कहा. उधर, महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि निश्चित तौर पर निगम में समितियों का गठन होना चाहिए. इससे काम आसान होगा. उन्होंने कहा कि समितियों के गठन का काम कहां अटका हुआ है, ये उन्हें नहीं पता. लेकिन कमेटियां जल्द से जल्द बननी चाहिए, क्योंकि पार्षदों में समितियां नहीं बनने से असंतोष है.
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इस दौरान ग्रेटर नगर निगम में गठित समितियों में से 11 के पास कोई अधिकार और शक्तियां नहीं होने के सवाल पर भी धारीवाल ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि बाकी बनी हुई समितियों के पास क्या शक्तियां हैं. बता दें कि आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने 21 में से 11 समितियों को लेकर सरकार से मार्गदर्शन मांगा था. जिस पर अब तक कोई जवाब नहीं आया है.