जयपुर. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज की ओर से एसएमएस हॉस्पिटल में बनाए जा रहे आईपीडी टावर के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान दो दिवसीय मेडिफेस्ट कार्यक्रम (Two days Medifest in SMS) का भी आयोजन किया गया. इसमें देश के जाने-माने चिकित्सक शामिल हुए. एम्स नई दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने इस दौरान कहा कि निरोगी राजस्थान जैसा अभियान पूरे देश में जरूरी है.
डॉ गुलेरिया ने कहा कि किसी भी देश को आगे बढ़ाने के लिए हेल्थ सेक्टर मजबूत करना जरूरी है. कोई भी देश तभी सुपर पावर बन सकता है जब उस देश का हेल्थ और एजुकेशन सिस्टम मजबूत हो. सरकार की ओर से प्रदेश में चलाए जा रहे निरोगी राजस्थान अभियान के बारे में बोलते हुए डॉक्टर गुलेरिया ने कहा की पूरे देश में इस तरह का अभियान जरूरी है. इसके अलावा पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित डॉक्टर देवी प्रसाद शेट्टी ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेडिकल क्षेत्र में काफी बेहतरीन काम कर रहे हैं. ऐसे में जैसे-जैसे सुविधाओं का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल रही हैं. डॉक्टर शेट्टी ने कहा कि अस्पतालों में नर्सिंग एजुकेशन काफी जरूरी है, तो ऐसे में हर अस्पतालों में तकरीबन 100 बेड का एक नर्सिंग कॉलेज भी खोला जाए.
सिलिकोसिस बड़ी समस्या: नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि राजस्थान में सिलिकोसिस सबसे बड़ी समस्या है. इसलिए आईपीडी टावर में सिलिकोसिस पीड़ितों के लिए एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी तैयार किया जाए. वहीं डॉ पॉल ने कहा कि केंद्र की ओर से मेडिकल कॉलेजों में लगातार एमबीबीएस की सीट में बढ़ोतरी की जा रही है और आगामी दिनों में देश के मेडिकल कॉलेजों में तकरीबन 1 लाख एमबीबीएस की सीटें होंगी जबकि पीजी की सीटें भी दोगुनी हो चुकी हैं.
वहीं पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित डॉ नरेश त्रेहान ने कहा कि अब एसएमएस अस्पताल में 700 से ज्यादा एंजियोप्लास्टी हर महीने हो रही है. उन्होंने कहा कि कई सालों पहले वे खुद वीकेंड पर एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचे थे, जहां मरीजों का इलाज किया करते थे. लेकिन वर्ष 1988 से लेकर अब तक अस्पताल काफी बदल गया है और अब राजस्थान के लोगों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा. उन्होंने कहा कि राजस्थान से काफी लगाव है क्योंकि राजस्थान के लोगों में अभी भी अपनेपन की भावना मौजूद है.