जयपुर. धानका और धाणका जाति को अलग-अलग मानने को लेकर विवाद जारी है. इसी बीच मंगलवार को धानका आदिवासी समाज के लोग जिलेभर से रायसिंहनगर में पहुंचे. समाज के पदाधिकारियों ने मंगलवार को एकत्रित होकर मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद समाज के पदाधिकारियों ने अपनी मांग को लेकर स्थानीय उपखंड अधिकारी अर्पिता सोनी को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि समाज में अपनी मांग को रखा गया है.
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इस मामले को लेकर जानकारी देते हुए समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि अखिल भारतीय धानका आदिवासी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई रवि बोस के नेतृत्व में समाज के काफी संख्या में स्थानीय पदाधिकारियों के साथ मिलकर उपखंड कार्यालय में सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. विरोध स्वरूप एसडीएम अर्पिता सोनी के मार्फत राजस्थान के महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री गहलोत को ज्ञापन सौंपा.
यह है मामला
ज्ञापन में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि धानका और धाणका दो अलग-अलग जाति ना होकर एक ही जाति है. जो संविधान के अनुसार (एसटी) अनुसूचित जनजाति में आती है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों ने सरकार के इशारों पर शब्दों को लेकर इसे 2 जाति बताया है, जो कि अनुचित है. इस भ्रम को लेकर हमारा आदिवासी समाज आज भी पिछले कई वर्षों से पिछड़ा हुआ है, जिसके कारण हमारे समाज के बच्चों को आज तक उनको हक नहीं मिला.
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उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही प्रशासन और सरकार ने मारी उचित मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में हमारा समाज हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर दोनों जिलों के जिला कलेक्टरों और जिला प्रशासन के अधिकारियों का घेराव किया जाएगा और आमरण अनशन पर बैठा जाएगा. उपखंड अधिकारी अर्पिता सोनी ने समाज के पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि किया कि उनकी मांग सरकार तक पहुंचा दी जाएगी. मामले में सरकार स्तर पर ही कोई निर्णय लिया जा सकता है.