जयपुर. प्रदेश में बढ़ रहे सड़क हादसों को लेकर राजस्थान सरकार ने चिंता जाहिर की है. परिवहन विभाग भी सड़क हादसों में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सोमवार को प्रदेश के सभी RTO और DTO अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की.
बैठक में सड़क हादसों में कमी लाने को लेकर बात की गई. बता दें कि परिवहन मंत्रालय ने 2019 में हुए सड़क हादसो के आंकड़े जारी किए हैं. जिसमें सड़क दुर्घटनाओं में मौत के मामले में राजस्थान एक पायदान ऊपर आ गया है. प्रदेश में साल 2018 की तुलना में 2019 में दुर्घटनाएं और मौतों की संख्या भी बढ़ गई है. प्रदेश में सड़क दुर्घटना में 8 फीसदी और मृत्यु के आंकड़ों में 2.35 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
परिवहन मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को लेकर प्रदेश के गहलोत सरकार काफी चिंतित है. प्रताप सिंह ने कहा कि बीते दिनों ही रोड सेफ्टी काउंसलिंग की मीटिंग भी ली गई थी. मीटिंग में अहम फैसले लिए गए थे. मंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग के सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि सडक पर दौड़ रहे पैसेंजर वाहनों की चेकिंग का अभियान चलाया जाए. यदि उसमें कुछ गलत पाया जाता है तो उसका चालान किया जाए और समझाइश भी की जाए.
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वहीं, परिवहन मंत्री ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाईवे अथॉरिटी की ओर से परिवहन विभाग का साथ नहीं दिया जा रहा है. परिवहन मंत्री ने कहा कि वे जल्द ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से मिलकर इस संबंध में बात करेंगे.
उनका कहना है कि नेशनल हाईवे पर पूरी जिम्मेदारी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की होती है. ऐसे में महत्वपूर्ण स्थानों पर बैरीकेटिंग भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब जल्दी ही सड़क सुरक्षा के पैसों का उपयोग करते हुए ब्लैक स्पोर्ट्स को भी सही करने की तैयारी की जा रही है. मंत्री ने कहा कि हादसे के जिम्मेदार कोई भी हो लेकिन उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए.