जयपुर. परिवहन विभाग की ओर से करीब 2 साल पहले प्रदेश के सभी 12 RTO ऑफिस के अंतर्गत ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक का निर्माण करवाया गया था. लेकिन 2 साल से ज्यादा का समय बीतने पर भी ड्राइविंग ट्रैक को शुरू नहीं किया गया था.
इस संबंध में ईटीवी भारत की ओर से कई बार ड्राइविंग ट्रैक को लेकर खबर प्रकाशित की गई थी. जिसके बाद पुन: परिवहन विभाग ने प्रदेश के सभी 12 ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक को लेकर आदेश जारी किए है. साथ ही परिवहन विभाग ने सुचारू रूप से चलाने को लेकर भी बात कही.
बता दे ड्राइविंग ट्रैक के लिए परिवहन विभाग और स्मार्ट कंपनी के बीच एक कांटेक्ट भी हुआ था. ऐसे में जब 2 साल पहले स्मार्ट चिप कंपनी ने ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक को शुरू किया था, तब इसमें कई तरह की खामियां सामने आई थी. जिसके बाद परिवहन मंत्री ने स्मार्ट चिप कंपनी और ड्राइविंग ट्रैक दोनों को ही बंद कर दिया था. ऐसे में अब परिवहन आयुक्त रवि जैन की ओर से दोबारा प्रयास किए जा रहे हैं. वही ड्राइविंग ट्रैक को दोबारा से ट्रायल के लिए शुरू किया गया है.
पढ़ें- जयपुर: ऑपरेशन क्लीन स्वीप से पुलिस ने कसा शिकंजा, मादक पदार्थ बेचने वाले 574 तस्कर व पेडलर गिरफ्तार
बता दें पायलट प्रोजेक्ट के तहत जगतपुरा आरटीओ ऑफिस के ड्राइविंग ट्रैक को शुरू किया गया है. जिसके अंतर्गत अभी डिजिटल मशीनों के द्वारा ही टेस्ट दिया जा रहा है. हालांकि अभी पास या फेल होना मान्य नहीं होगा. वहां पर बैठे मौजूदा इंस्पेक्टर की ओर से ही निर्णय लिया जाएगा. ड्राइविंग ट्रैक में खामियां को दूर करने को लेकर भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
वही दूसरी ओर जनमोर्चा जयपुर एसोसिएशन की ओर से ड्राइविंग ट्रैक को निजी हाथों में सौंपने को लेकर विरोध किया जा रहा है. बता दे जब ड्राइविंग ट्रैक शुरू हुआ था, उस समय भी जनमोर्चा की ओर से इसका विरोध किया गया था. हाल ही में जयपुर आरटीओ राजेंद्र वर्मा ने परिवहन आयुक्त रवि जैन को एक पत्र भी लिखा गया था. जिसके अंतर्गत ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक को निजी हाथों में देने को लेकर विरोध जताई थी.