जयपुर. राज्य सरकार की खुद की गारंटी पर पर्यटन और पर्यटन विकास निगम को ₹500 करोड़ की संजीवनी मिल रही है. पर्यटन विकास कोष के गठन और प्रदेश के पर्यटन को मजबूत करने और पर्यटन विकास निगम के जीर्णोंद्धार के लिए ₹500 करोड़ की राशि खर्च की जानी है.
इसको लेकर जहां बीते दिनों पर्यटन विभाग में बनी एक समिति की ओर से इसकी बैठक ली गई थी, वहीं पर्यटन राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से भी इस संबंध में बैठक ली गई. बता दें कि राज्य सरकार की ओर से ₹500 करोड़ की संजीवनी पर्यटन को दी जा रही है. इसके लिए राज्य सरकार की अध्यक्षता में 8 सदस्य समिति का भी गठन किया गया है.
राज्य सरकार की गारंटी पर 500 करोड़ रुपए का ऋण और इस ऋण के पुनर्गठन के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने पर भी लगातार पर्यटन विभाग तैयारियां कर रहा है और लगातार पर्यटन विभाग वित्तीय संसाधन जुटाने के साथ ही इसके रोड मैप बनाने की विधि यार याद कर रहा है. साथ ही इस राशि को किस मद में और कितनी अवधि में खर्च किया जाना है. इस पर भी लगातार चर्चा की जा रही है.
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बजट के अंतर्गत ₹500 के पर्यटन विकास कोष के गठन की घोषणा की गई थी. इस बीच पर्यटन विकास निगम ने भी इस संबंध में रिवाइवल प्लान सरकार के पास भेजा था. जिसके बाद उसे मंजूरी भी मिल गई है.
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वहीं पर्यटन राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से जो पर्यटन निगम को रिवाइवल प्लान दिया जा रहा है और वो 500 करोड़ रुपए का है, जिसमें से 200 करोड़ रूपए ब्रांडिंग के लिए है तो वहीं 300 करोड़ रुपए इन्फ्राट्रक्चर के लिए पर्यटन निगम को दिया जा रहा है. इससे पर्यटन निगम अपनी ब्रांडिंग भी कर सकेगा और इसके साथ ही 300 करोड़ रुपए से अपना इन्फ्राट्रक्चर भी मजबूत कर सकेगा. जिससे प्रदेश के पर्यटन को जो कोविड-19 से नुकसान हुआ है. उससे एक बार फिर प्रदेश का पर्यटन दोबारा से पटरी पर आ सके. पर्यटन राज्य मंत्री ने कहा कि ब्रांडिंग के जरिए ही पर्यटन को दिखा सकते हैं. साथ ही विदेश तक राजस्थान के पर्यटन को पहुंचा सकते हैं. जिससे विदेशी पर्यटकों को आकर्षित भी कर सकते हैं.