जयपुर: टोक्यो पैरालंपिक में भारत के एथलीट प्रवीण कुमार ने रजत तो वहीं हरियाणा के हरविंदर सिंह ने कांस्य पदक जीता है. दोनों खिलाड़ियों की जीत के साथ ही भारत की कुल पदक संख्या 12 तक पहुंच गई है. प्रवीण और हरविंदर को इस जीत के लिए CM अशोक गहलोत ने ढेरों बधाई दी है. ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा है कि वो जीत के लिए बधाई के पात्र है.
मुख्यमंत्री ने प्रवीण के लिए लिखा कि ऊंची कूद में भारत के लिए उन्होंने रजत पदक हासिल करने में बेहतरीन प्रदर्शन का परिचय दिया. देश गौरवान्वित है. वहीं मुख्यमंत्री ने पैरा आर्चरी में कांस्य जीतने वाले हरविंदर सिंह को बधाई देते हुए लिखा है कि टोक्यो पैरालिंपिक में पैरा तीरंदाजी में कांस्य पदक जीतने के लिए हरविंदर सिंह को बधाई. यह इस खेल में भारत के लिए पहला पदक है. जो इसे इतना खास बनाता है. राष्ट्र उनकी सफलता की सराहना करता है. क्या शानदार प्रदर्शन है.
टोक्यो पैरालंपिक: प्रवीण कुमार ने हाई जम्प में जीता सिल्वर, पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रवीण कुमार को बधाई
प्रवीण को मिल रही बधाई के इस सिलसिले को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने भी आगे बढ़ाया है. उन्होंने Twitter के जरिए उन्हें बधाई दी है. लिखा है- टोक्यो खेलों की ऊंची कूद में भारत के 4 पदक हो गए. इससे पहले ऊंची कूद की टी63 स्पर्धा में भारत के मरियप्पन थंगावेलु ने सिल्वर मेडल जीता था, जबकि शरद कुमार को कांस्य मिला. निषाद कुमार ने टी47 में रजत पदक जीता था.
इस ऊंची कूद ने दिलाया छठा सिल्वर मेडल
हाई जंप स्पर्धा में इस जीत के साथ ही प्रवीण कुमार ने देश को छठा सिल्वर मेडल दिला दिया. प्रवीण ने 2.07 मीटर लंबी छलांग लगाते हुए सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया. इस छलांग के साथ ही प्रवीण ने नया एशियाई रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. बेहद रोमांचक मुकाबले के आखिरी क्षणों में पौलेंड के खिलाड़ी जॉनाथन उन पर भारी पड़े और 2.10 मीटर की छलांग लगाते हुए गोल्ड अपने नाम किया.
क्या है T64 स्पर्धा ?
टी64 क्लास में वो एथलीट भाग लेते हैं, जिनका पैर किसी वजह से काटना पड़ा हो. ये कृत्रिम पैर के साथ खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं. प्रवीण टी44 क्लास में आते हैं, लेकिन वह टी64 स्पर्धा में भी हिस्सा ले सकते हैं.