जयपुर. सवाई माधोपुर रणथंभौर बाघ परियोजना से खुशी की खबर सामने आई है. शनिवार को रणथंभौर नेशनल पार्क (Ranthambore National Park) क्षेत्र में बाघिन टी-111 (T-111) अपने चार शावकों के साथ देखी गई, जिसके बाद फील्ड डायरेक्टर ने क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी है. रणथंभौर में 4 शावकों के दिखने के बाद वन विभाग और वन्यजीव प्रेमियों ने खुशी जाहिर की है.
करीब 2 महीने का है शावक
नए शावकों के नजर आने पर वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई (Sukhram Bishnoi) ने भी खुशी जताई है. सवाई माधोपुर के मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव एवं क्षेत्र निदेशक) टीसी वर्मा के अनुसार रणथंभौर बाघ परियोजना की रेंज कुंडेरा के लक्कड़दा छेत्र स्थित आडी डगर नाले में शनिवार को फील्ड बायोलॉजिस्ट हरि मोहन मीणा को बाघ के चार बच्चे दिखाई दिए. मौके पर बच्चों की मां दिखाई नहीं दी. इसके बाद शाम को टीसी वर्मा ने अन्य अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया तो बच्चों के साथ उनकी मां भी दिखाई दी. मां की पहचान बाघिन टी-111 के रूप में हुई है. चारों बच्चे करीब 2 महीने के हैं.
बाघिन T-111 ने 4 शावकों को दिया जन्म
रणथंभौर नेशनल पार्क (Ranthambore National Park) के फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा के मुताबिक वर्तमान में रणथंभौर बाघ परियोजना क्षेत्र में फेज 4 मॉनिटरिंग के अंतर्गत ट्रैप कैमरा लगाए जा रहे हैं. पिछले 2 महीनों से बाघिन टी-111 के व्यवहार और शारीरिक संरचना से लग रहा था कि उसने बच्चों को जन्म दिया है. शनिवार को 4 शावकों सहित बाघिन टी-111 के देखने से इस तथ्य की पुष्टि हो गई.
रणथंभौर में कुल 69 बाघ
टीसी वर्मा ने बताया कि शावकों सहित बाघिन टी-111 के देखे जाने के बाद क्षेत्र में मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है. वर्मा के अनुसार इन बच्चों के साथ अब रणथंभौर बाघ परियोजना में 21 नर बाघ, 30 मादा और 18 शावक सहित कुल 69 बाघ हैं. इसके अलावा रणथंभौर बाघ परियोजना (Ranthambore Tiger Project) करौली के अधीन कैलादेवी अभ्यारण्य (Kailadevi Sanctuary) में एक नर बाघ, एक मादा बाघ और 2 शावकों सहित कुल 4 और धौलपुर में एक नर बाघ, एक मादा बाघ और 2 शावकों सहित कुल 4 बाघ मौजूद हैं.