जयपुर. पूनिया के अनुसार सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ सोमवार यानी आज शाम को जहां जयपुर के सभी 10 वार्डों में भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे, वहीं पार्टी मुख्यालय के बाहर पार्टी के वरिष्ठ नेता सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे. इसी तरह मंगलवार सुबह 11:00 बजे प्रदेश स्तर पर यह विरोध-प्रदर्शन होगा, जिसमें राजस्थान के सभी मंडलों और जिलों में भाजपा कार्यकर्ता गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा जिस प्रकार लोकतंत्र की मर्यादाओं को ताक में रखकर गहलोत सरकार ने यह कार्रवाई की है. इस मामले में पार्टी कानूनी रूप से तो लड़ेगी है, लेकिन राजनीतिक रूप से भी भाजपा इस मामले में प्रदेश सरकार को नहीं छोड़ेगी और जनता के बीच जाएगी.
जून में लगा था आपातकाल, अब जून माह से ही सरकार का पतन भी होगा शुरू : पूनिया
सतीश पूनिया ने कहा कि जिस प्रकार साल 1975 में देश में सालों पहले जून माह में ही आपातकाल लगा था और तब से अब तक कांग्रेस का पतन देशभर में शुरू हुआ और कांग्रेस पार्टी सिमट कर कुछ प्रदेशों तक सीमित रह गई. उसी तरह राजस्थान में जिस प्रकार की कार्रवाई प्रदेश सरकार द्वारा बीजेपी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के खिलाफ की गई है, उसके बाद राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार और पार्टी का पतन अब शुरू हो चुका है. सतीश पूनिया ने कहा कि मैं भविष्यवक्ता तो नहीं, लेकिन सरकार का यह कदम आत्मघाती होगा.
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कई मामलों में घिरी सरकार नैतिक रुप से कमजोर, नहीं चलेगी ज्यादा दिन : सतीश पूनिया
सतीश पूनिया के अनुसार नैतिक रूप से प्रदेश सरकार कमजोर हो चुकी है. किसान, बेरोजगार, बढ़ते अपराध सहित कई मामलों में यह गहलोत सरकार नाकाम हो चुकी है और कमजोर सरकार ज्यादा समय चले, इसकी संभावना कम ही रहती है. पूनिया से जब पूछा गया कि पूर्व में जिस तरह आपके नेताओं ने इस सरकार के 5 साल नहीं चलने के बयान दिए थे, क्या आप उससे सहमत हैं, तो पूनिया ने कहा कि मौजूदा घटनाक्रम से साफ नजर आ रहा है कि प्रदेश सरकार कमजोर हो चुकी है और अंतर्कलह में घिरी है.
प्रतिशोध की है कार्रवाई, हम करते हैं निंदा...
सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने प्रतिशोध की कार्रवाई है, जबकि इस प्रकार के मामले में सुनवाई का अवसर देना जरूरी है. लेकिन न तो भाजपा पार्षद और न महापौर को सुनवाई का कोई अवसर दिया गया. इसलिए भाजपा इस घटनाक्रम की निंदा करती है व कानूनी रूप से और राजनीतिक रूप से यह लड़ाई लड़ेगी.
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वेद प्रकाश सोलंकी के बयान पर यह बोले पूनिया...
हाल ही में कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी द्वारा अपने ही सरकार पर दलित मंत्रियों की अनदेखी के आरोप से जुड़े सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि जिस प्रकार का द्वंद कांग्रेस और सरकार के भीतर दिख रहा है, इस बात को इंगित करता है कि केवल कांग्रेस के भीतर ही नहीं बल्कि जनता भी सरकार से परेशान है. यह सरकार ज्यादा चल नहीं पाएगी.
अभिमान और दंभ में राज्यपाल का भी किया अपमान, अहंकार रावण का नहीं चला तो इनका कैसे चलेगा : पूनिया
सरकारी मुख्य सचेतक द्वारा राज्यपाल को लेकर की गई टिप्पणी पर भी सतीश पूनिया ने कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और कांग्रेस के नेता सत्ता के अभिमान और दंभ में जी रहे हैं. उन्हें राज्यपाल के पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं है, लेकिन अहंकार तो रावण का भी नहीं चला तो फिर गहलोत सरकार और कांग्रेस का कैसे चलेगा.