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चांदी चुराने का मामला: सुरंग खोदने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार, लाखों रुपए की नकदी बरामद

राजधानी के वैशाली नगर थाना इलाके में चिकित्सक के घर सेंधमारी करते हुए सुरंग बनाकर चांदी चुराने के प्रकरण में वैशाली नगर थाना पुलिस और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम वेस्ट ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए सुरंग खोदने वाले तीन मजदूरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा सुरंग खोदने के मास्टरमाइंड को सवाई माधोपुर से और दो अन्य मजदूरों को टोंक से गिरफ्तार किया गया है.

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सुरंग बनाकर चांदी चुराने का मामला
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Published : Mar 3, 2021, 10:41 PM IST

जयपुर. वैशाली नगर थाना इलाके में चिकित्सक के घर सेंधमारी करते हुए सुरंग बनाकर चांदी चुराने के प्रकरण में वैशाली नगर थाना पुलिस और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम वेस्ट ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तीन मजदूरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा सुरंग खोदने के मास्टरमाइंड को सवाई माधोपुर से और दो अन्य मजदूरों को टोंक से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही पुलिस ने सुरंग खोदने की एवज में मजदूरों को दी गई 18 लाख रुपए की राशि बरामद की है. पुलिस तीनों मजदूरों को गिरफ्तार कर जयपुर लाई है, जहां पर उनसे पूछताछ की जा रही है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चांदी चुराने के मास्टरमाइंड शेखर अग्रवाल द्वारा सुरंग बनाकर चिकित्सक के मकान के बेसमेंट में लोहे के बक्से में दबी चांदी चुराने की प्लानिंग में पहले दो मजदूर जो की हलवाई का काम भी किया करते हैं, उन्हें शामिल किया गया. शेखर अग्रवाल मनराज मीणा और दिलखुश मीणा को टोंक जिले से जयपुर लेकर आया. दोनों ही मजदूर पूर्व में चिकित्सक सुनीत सोनी के फार्म हाउस पर शेखर अग्रवाल के ही कहने पर जमीन पर तारबंदी का काम कर चुके हैं. शेखर अग्रवाल द्वारा दोनों मजदूरों से सुरंग खुदवाई गई और जब दोनों मजदूरों ने सुरंग खोदनी शुरू की तो सुरंग चिकित्सक के मकान के तहखाने पर जाकर पानी का टैंक आने के कारण अटक गई. पानी के टैंक में रिसाव होने और मिट्टी में दबने के डर से दोनों मजदूरों ने सुरंग को आगे खोदने का काम करने से इंकार कर दिया.

यह भी पढ़ें: चिटफंड घोटाला: KBCL कंपनी में निवेशकों से परेशान एजेंटों ने SP से सुरक्षा और न्याय की लगाई गुहार

मनराज मीणा और दिलखुश मीणा द्वारा सुरंग आगे खोदने से मना करने पर शेखर अग्रवाल ने मोहम्मद नईमुद्दीन को सुरंग को आगे खोदने का काम दिया और इसके साथ ही चांदी की सिल्ली देने का लालच दिया. मोहम्मद नईमुद्दीन पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किए गए रामकरण जांगिड़ के पास कारपेंटर का काम करता था और उसने शेखर अग्रवाल द्वारा दिए गए ऑफर को स्वीकार करते हुए सुरंग को आगे तक खोद. उसके बाद तहखाने में जमीन के नीचे दबे हुए लोहे के बक्से तक सुरंग खोदकर बक्सों में भरी हुई चांदी चुराई. इसकी एवज में शेखर अग्रवाल द्वारा मोहम्मद नईमुद्दीन को चांदी की एक सिल्ली दी गई.

यह भी पढ़ें: पुलिस पर सवालिया निशान, बेटी के अपहरण का मामला दर्ज नहीं होने से आहत विधवा महिला ने की खुदकुशी

वहीं इसके 2 दिन बाद शेखर अग्रवाल और बनवारी जांगिड़ ने 20 लाख 73 हजार रुपए देकर नईमुद्दीन से चांदी की सिल्ली वापस ले ली. पुलिस द्वारा आरोपी मोहम्मद नईमुद्दीन की निशानदेही पर उसके कब्जे से 18 लाख रुपए बरामद किए गए हैं. वहीं 50 हजार रुपए उसके बैंक खाते में जमा पाए गए हैं. फिलहाल, पुलिस गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है और प्रकरण में फरार चल रहे मास्टरमाइंड शेखर अग्रवाल व जतिन जैन की तलाश में जुटी हुई है.

जयपुर. वैशाली नगर थाना इलाके में चिकित्सक के घर सेंधमारी करते हुए सुरंग बनाकर चांदी चुराने के प्रकरण में वैशाली नगर थाना पुलिस और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम वेस्ट ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तीन मजदूरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा सुरंग खोदने के मास्टरमाइंड को सवाई माधोपुर से और दो अन्य मजदूरों को टोंक से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही पुलिस ने सुरंग खोदने की एवज में मजदूरों को दी गई 18 लाख रुपए की राशि बरामद की है. पुलिस तीनों मजदूरों को गिरफ्तार कर जयपुर लाई है, जहां पर उनसे पूछताछ की जा रही है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चांदी चुराने के मास्टरमाइंड शेखर अग्रवाल द्वारा सुरंग बनाकर चिकित्सक के मकान के बेसमेंट में लोहे के बक्से में दबी चांदी चुराने की प्लानिंग में पहले दो मजदूर जो की हलवाई का काम भी किया करते हैं, उन्हें शामिल किया गया. शेखर अग्रवाल मनराज मीणा और दिलखुश मीणा को टोंक जिले से जयपुर लेकर आया. दोनों ही मजदूर पूर्व में चिकित्सक सुनीत सोनी के फार्म हाउस पर शेखर अग्रवाल के ही कहने पर जमीन पर तारबंदी का काम कर चुके हैं. शेखर अग्रवाल द्वारा दोनों मजदूरों से सुरंग खुदवाई गई और जब दोनों मजदूरों ने सुरंग खोदनी शुरू की तो सुरंग चिकित्सक के मकान के तहखाने पर जाकर पानी का टैंक आने के कारण अटक गई. पानी के टैंक में रिसाव होने और मिट्टी में दबने के डर से दोनों मजदूरों ने सुरंग को आगे खोदने का काम करने से इंकार कर दिया.

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मनराज मीणा और दिलखुश मीणा द्वारा सुरंग आगे खोदने से मना करने पर शेखर अग्रवाल ने मोहम्मद नईमुद्दीन को सुरंग को आगे खोदने का काम दिया और इसके साथ ही चांदी की सिल्ली देने का लालच दिया. मोहम्मद नईमुद्दीन पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किए गए रामकरण जांगिड़ के पास कारपेंटर का काम करता था और उसने शेखर अग्रवाल द्वारा दिए गए ऑफर को स्वीकार करते हुए सुरंग को आगे तक खोद. उसके बाद तहखाने में जमीन के नीचे दबे हुए लोहे के बक्से तक सुरंग खोदकर बक्सों में भरी हुई चांदी चुराई. इसकी एवज में शेखर अग्रवाल द्वारा मोहम्मद नईमुद्दीन को चांदी की एक सिल्ली दी गई.

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वहीं इसके 2 दिन बाद शेखर अग्रवाल और बनवारी जांगिड़ ने 20 लाख 73 हजार रुपए देकर नईमुद्दीन से चांदी की सिल्ली वापस ले ली. पुलिस द्वारा आरोपी मोहम्मद नईमुद्दीन की निशानदेही पर उसके कब्जे से 18 लाख रुपए बरामद किए गए हैं. वहीं 50 हजार रुपए उसके बैंक खाते में जमा पाए गए हैं. फिलहाल, पुलिस गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है और प्रकरण में फरार चल रहे मास्टरमाइंड शेखर अग्रवाल व जतिन जैन की तलाश में जुटी हुई है.

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