जयपुर. वृंदावन में भले ही 40 दिन का होली उत्सव शुरू हो गया हो. लेकिन छोटी काशी जयपुर के आराध्य देव राधा गोविंद देवजी मंदिर में इस बार न तो रंगों का उल्लास होगा और न ही चंग ढप की थाप सुनाई देगी. यहां तक कि फाग के गीतों के स्वर भी मंदिर प्रांगण में गूंजते हुए सुनाई नहीं देंगे.
राज्य सरकार की ओर से कोविड 19 की जारी गाइडलाइंस के तहत ठाकुरजी के दरबार में इस बार होली महोत्सव और संगीत समारोह का आयोजन नहीं हो सकेगा. गाइडलाइंस के अनुसार किसी भी धार्मिक और सामाजिक आयोजन में 200 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते.
जबकि हर वर्ष गोविंद के दर पर होली से 6 दिन पहले से शुरू होने वाले होलिकोत्सव और संगीत समारोह में हर दिन हजारों लोग शामिल होते हैं.
मंदिर के महंत प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि, हर साल तीन दिन तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं. वहीं दो दिन पुष्प फागोत्सव मनाया जाता है. इसमें हजारों श्रदालु पुष्पों की होली खेलते हैं. एक दिन होली पद भजन वर्षा अनुष्ठान होता है.
होली के दिन मंदिर निज प्रांगण में गुलाल से ठाकुरजी के साथ होली खेली जाती है. लेकिन इस बार सरकारी गाइडलाइंस में किसी भी धार्मिक आयोजन में 200 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति है.
ऐसे में होली उत्सव मनाना इस बार संभव नहीं लग रहा. लेकिन फिर भी 1 मार्च को सरकार की नई गाइडलाइंस आने का इंतजार कर रहे हैं.