जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले और भ्रष्ट कर्मचारी और अधिकारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करवाने वाले परिवादी को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. प्रायः देखने को मिलता था कि जब भी कोई परिवादी किसी विभाग के कर्मचारी या अधिकारी को रिश्वत लेते हुए एसीबी द्वारा ट्रैप करवाता तो संबंधित विभाग द्वारा परिवादी को परेशान किया जाता और साथ ही उसका कार्य भी अटका दिया जाता या फिर नहीं किया जाता. ऐसे में परिवादी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन इस समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने आदेश जारी किए हैं.
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बता दें, कि डीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि परिवादी की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर परिवादी को संरक्षण प्रदान करने और इसके साथ ही एसीबी अधिकारियों द्वारा संबंधित विभाग पर परिवादी का काम पूरा करने के लिए दबाव बनाने के आदेश दिए हैं. राज्य सरकार द्वारा यह आदेश जारी करने के बाद इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं.
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वहीं भ्रष्ट कर्मचारी और अधिकारी को ट्रैप करवाने वाले परिवादी का काम अब संबंधित विभाग द्वारा जल्द से जल्द और 1 सप्ताह के भीतर पूरा किया जा रहा है. तमाम विभाग स्वतः ही राज्य सरकार के आदेशों की पालना कर रहे हैं और आदेशों की पालना करवाने के लिए एसीबी के अधिकारियों को भी सख्ती नहीं दिखानी पड़ रही है.