जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2021 पर्चा लीक होने के मामले की निष्पक्ष जांच करवाने सहित अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को बेरोजगारों ने शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष द्वारा राजनीतिक बयानबाजी पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है. उन्हें तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि रीट के लेवल-2 के पेपर में ज्यादा शिकायतें सामने आई हैं. एसआई भर्ती का मामला है. पेपर बीकानेर से पाली पहुंचा है. जेईएन भर्ती के अभ्यर्थी भी लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं. इन सब मामलों की निष्पक्ष जांच हो. रीट पेपर लीक का आरोपी बत्तीलाल पकड़ा जाए और उसका कनेक्शन किस-किस से है, किसका उसे संरक्षण हासिल है, पेपर कहां-कहां गया, इसके पीछे किस नेता का हाथ है इन सब बातों का जल्द खुलासा होना चाहिए.
इसके साथ ही नकल और पेपर लीक के आरोपियों को सख्त सजा के लिए गैर जमानती धाराओं वाला सख्त कानून बने. पेपर खुले पाए गए और कई सेंटर्स पर महिला अभ्यर्थी पेपर देने से वंचित रहीं हैं, उनकी समस्या का समाधान हो. जिन छह बेरोजगारों पर राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज हुआ है, उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए. जिन परीक्षा केंद्रों की लापरवाही सामने आई है, उनकी मान्यता रद्द हो और इस मामले में शामिल अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित करने से काम नहीं चलेगा उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए. इन सब मांगों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात हुई है.
मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए रीट दोबारा नहीं होने संबंधी बयान पर उनका कहना है कि कल जब उनसे मुलाकात हुई तो कई सबूत उन्हें दिए और विस्तार से उनसे सभी मुद्दों पर बात हुई है. उनका सार्थक परिणाम निकले, इसलिए आज हम शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए हैं. आज मंत्रियों से बातचीत के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष की ओरे से दिए गए बयान पर उपेन यादव का कहना है कि किसी भी संस्था का अध्यक्ष हो, उन्हें किसी पार्टी के प्रवक्ता की तरह बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्हें सरकार का पक्ष नहीं लेना चाहिए. बोर्ड अध्यक्ष ने जिस तरह की बयानबाजी की है उन्हें तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए.