जयपुर. आंकड़ों की बात की जाए तो प्रदेश में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रही है. हर दिन करीब 16 से 17 हजार पॉजिटिव केस देखने को मिल रहे हैं. वहीं रिकवरी रेट भी 11 हजार के करीब पहुंच चुकी है. लेकिन फिर भी एक्टिव केस की संख्या बढ़ना चिंताजनक है.
प्रदेश में 18298 संक्रमित मामले बीते दिनों देखने को मिले थे. वहीं 11262 ऐसे मरीज भी थे जो रिकवर्ड होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए. मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा का कहना है कि राजस्थान देश के उन पांच राज्यों में शामिल है जहां सबसे अधिक संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं.
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उन्होने कहा कि प्रदेश में एक्टिव केस के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. अब तक 6 लाख 33 हजार 951 कुल संक्रमित मरीज देखने को मिले हैं. जिनमें से 4 लाख 40 हजार 215 मरीज रिकवर्ड भी हुए हैं. ऐसे में जहां संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो वहीं रिकवरी रेट में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जो एक राहत भरी खबर है. हालांकि बढ़ते एक्टिव केस के बीच अभी भी प्रदेश में ऑक्सीजन और रेमेडेसिविर दवा की किल्लत बनी हुई है. राजस्थान में लगातार बढ़ रहे संक्रमण और ऑक्सजीन की किल्लत के बीच आमजन के लिए अस्पतालों में इलाज कराना भी बड़ी चुनौती बना हुआ है. कोरोना से संक्रमित मरीजों को लेकर परिजन कई जगह भटकते नजर आते हैं. अस्पतालों में बेड नहीं मिलने को लेकर जहां आमजन में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वहीं, राज्य सरकार के लिए भी दवाइयों से लेकर ऑक्सीजन की कमी को समय पर पूरा करना बड़ी चुनौती साबित हो रही है.
सीएम अशोक गहलोत ने कई बार केंद्र से किया आग्रह
राज्य में दवाइयों से लेकर ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर सीएम अशोक गहलोत कई बार ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार से अपील कर चुके हैं. वे इस संबंध में केंद्रीय मंत्री अमित शाह समेत अन्य उच्चाधिकारियों से भी बात करके राज्य की स्थिति के बारे में बता चुके हैं. हाल में राज्य सरकार के तीन मंत्री भी दिल्ली जाकर राज्य की जरूरतों को बताते हुए तत्काल पर्याप्त ऑक्सीजन और दवाइयां उपलब्ध कराने की मांग की थी.