जयपुर. कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन संकट को दूर करने के लिए सरकार ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं. वहीं विशेषज्ञों की माने तो कोरोना पॉजिटिव 80 से 90% मरीजों को अमूमन ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती है. इस बीच घर पर रहकर इलाज करा रहे मरीजों को ऑक्सीजन रिफिल की अनुमति के लिए ग्रेटर नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावट ने जिला प्रशासन को पत्र लिखा है.
पुनीत कर्णावट ने पत्र लिखकर कहा है कि ऐसे सैकड़ों मरीज है जो कोविड-19 या अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं. उन्हें घर पर रहकर ही अपने इलाज के लिए निरंतर ऑक्सीजन की आवश्यकता है. अभी जिला प्रशासन की ओर से सभी ऑक्सीजन प्लांट को ये निर्देशित किया गया है कि किसी भी मरीज को जो घर पर रहकर अपना इलाज कर रहे हैं, उनके ऑक्सीजन सिलेंडर का रिफिल ना करें. इस निर्णय से बहुत से मरीजों की जान पर बन आई है.
इस संदर्भ में पुनीत कर्णावट ने जिला कलेक्टर से बात भी की है. लेकिन इस पर कोई उचित निर्णय अभी तक नहीं लिया गया. उप महापौर का कहना है कि जिला प्रशासन को इस संदर्भ में तुरंत उचित निर्णय लेते हुए, ऐसे सभी मरीजों को जिन का इलाज ऑक्सीजन के बिना संभव नहीं है, उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कराने की अनुमति देनी चाहिए. ऐसा करके सैकड़ों मरीजों के जीवन को बचाया जा सकेगा.
विशेषज्ञों ने ऑक्सीजन का संकट कम करने के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं. जिसके तहत ऑक्सीजन लेवल यदि 94 पर स्थिर है तो ऑक्सीजन हटाने, ज्यादा ऑक्सीजन से फेफड़े खराब होने के संबंध में मरीज को समझाने, घर में अनावश्यक ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टॉक नहीं करने जैसे उपाय बताए गए हैं.