जयपुर. प्रदेश के विश्वविद्यालयों में लगे कुलपतियों की मनमानी रोकने के लिए सदन में बिल लाया जाएगा. उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा हम जो बिल लेकर आ रहे हैं, उसका मकसद किसी कुलपति को हटाना नहीं है, बल्कि कॉलेज और विश्वविद्यालय के स्तर को सुधारने के लिए बिल लाया जा रहा है.
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि विश्वविद्यालय में कई प्रकार की अनियमितता हो जाती है. जैसे कई बार फंड को लेकर कर्मचारियों और शिक्षक कुलपति से नाराज होते हैं. कुलपतियों पर भी कई बार घोटाले के आरोप लगते हैं. ऐसे में सदन में बिल लाया जा रहा है, जिससे सरकार अनियमितता करने वालों के खिलाफ एक्शन ले सके.
हालांकि, अभी कुलपतियों का अपना एक्ट होता है, जिसके चलते सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाती है. सदन में बिल पास होने से निर्धारित योग्यता के अनुसार कुलपति चयन हो सकेंगे. विश्वविद्यालय में अनियमितताओं के लिए अगर कुलपति दोषी होता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सके, इसको लेकर सदन में बिल को रखा जाएगा. इस बिल के आने से सरकारी और निजी विश्वविद्यालय से अनियमितताओं पर लगाम लग पाएगी.
मंत्री भाटी ने कहा कि उदयपुर की मोहन लाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में जिस तरह से कुलपति ने रजिस्ट्रार को कार्यमुक्त किया था, वो उनके दायित्व नहीं है. कुलपति और रजिस्ट्रार में अगर कोई खिंचतान थी, तो पहले राज्य सरकार से चर्चा करनी थी. क्योंकि रजिस्ट्रार सरकार द्वारा प्रतिनुक्त होता है.