जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि जयपुर शहर का विश्व हेरिटेज सिटी का दर्जा बनाए रखने के लिए अधिकारी समस्त मानदंड को पूरा करें और परकोटे में अतिक्रमण नही होने देने और पहले से हो चुके अवैध निर्माणों को हटाने के लिए कड़े कदम उठाएं.
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने शुक्रवार को जयपुर शहर में हेरिटेज सिटी के तहत हो रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को यह निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि जयपुर शहर की विरासत ही इसकी पहचान है और इस पहचान को अतिक्रमण से बचाना और इसका संरक्षण करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि जयपुर को यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर की श्रेणी में रखना हमारे लिए गर्व का विषय है. हमें इस प्रतिष्ठा को किसी भी कीमत पर कायम रखना है.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बायलॉज के आधार पर परकोटे में अवैध निर्माण और अतिक्रमणों की पहचान के बाद उन्हें नोटिस देने और हटाए जाने की कार्यवाही शीघ्र करें. उन्होंने कहा कि शहर के ऐतिहासिक स्वरूप के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नही होनी चाहिये. उन्होंने परकोटे के बाजारों में दुकानों के शटर के रंगों को भी एक समान करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि हेरिटेज सिटी में इमारतों का गुलाबी रंग इस शहर की पहचान है. इसलिए इसका शेड सब जगह एक जैसा हो यह ध्यान रखा जाए.
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आर्य ने कहा कि शहर में विरासत संरक्षण के लिए अलग से एक्शन प्लान बनाकर उसके अनुसार काम करें. उन्होंने ड्रोन सर्वे के बाद चिह्वित किये गए बायलॉज उल्लंघन के सिवियर केसेज के विरुद्ध पहले कार्यवाही करने के निर्देश किये. उन्होंने विश्व हेरिटेज साइट की प्रतिबद्धताओं के तहत स्पेशल एरिया हेरिटेज प्लान, विस्तृत हेरिटेज सूची, प्रबंधन तंत्र, हेरिटेज इंपेक्ट असेसमेंट, विस्तृत मॉनिटरिंग प्लान आदि कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की.
बैठक में नगरीय विकास एवं आवासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर सावंत, जेडीए आयुक्त गौरव गोयल, आयुक्त नगर निगम जयपुर हैरिटेज लोक बंधु तथा स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.