जयपुर. राजधानी की भांकरोटा थाना पुलिस की ओर से नीट परीक्षा का पेपर आउट कर उसे बाहर के व्यक्तियों से सॉल्व करवा परीक्षार्थी को आंसर की उपलब्ध कराने वाली गैंग का खुलासा करने के बाद गिरफ्त में आए 8 आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है.
आरोपियों से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि परीक्षा केंद्र से आउट हुआ नीट का पेपर सॉल्व करवाने के लिए सीकर ही नहीं, हरियाणा तक भेजा गया. दरअसल परीक्षा केंद्र से नीट का पेपर आउट करने के बाद गैंग के सदस्यों ने उसे सॉल्व करने के लिए सीकर के सुनील कुमार के मोबाइल पर व्हाट्सएप किया. जब सुनील कुमार उस पेपर को सॉल्व करने लगा तो कुछ प्रश्नों के उत्तर उसे भी नहीं आए.
इस पर उसने उन प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए परीक्षा केंद्र से आउट किए गए पेपर को अपने हरियाणा निवासी एक दोस्त को व्हाट्सएप पर भेजकर सॉल्व करवाया. इस बात का खुलासा प्रकरण में फरार चल रहे गैंग के सदस्य सुनील कुमार के सीकर से आज गिरफ्तार होने के बाद हुआ है. सुनील कुमार को भांकरोटा थाना पुलिस ने आज सीकर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. अब इस प्रकरण में हरियाणा की एक नई कड़ी और जुड़ गई है.
अनुसंधान में यह तथ्य उजागर होने पर की नीट का पेपर सॉल्व करवाने के लिए हरियाणा के एक युवक को भेजा गया, इस पर पुलिस की एक टीम को हरियाणा के लिए रवाना किया गया है. वहीं हरियाणा से नीट का पेपर और कहां कहां वायरल किया गया है, इसकी जानकारी हरियाणा से आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद ही पुलिस के हाथ लग सकेगी. फ़िलहाल इस पूरे प्रकरण की जांच में डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम वेस्ट और कमिश्नरेट स्पेशल टीम जुटी हुई है.
गौरतलब है कि 12 सितंबर को आयोजित नीट की परीक्षा में परीक्षार्थी को पास करवाने के लिए 35 लाख रुपए में सौदा किया गया था. जिसके तहत गैंग के सदस्यों ने पेपर को परीक्षा केंद्र से बाहर भेज कर हल करवा कर परीक्षार्थी को नकल करवाई. गैंग के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया. जिसमें कॉलेज प्रशासक, वीक्षक, कोचिंग इंस्टिट्यूट के संचालक और छात्र शामिल हैं. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में पुलिस की जांच लगातार जारी है.